घुग्घुस (चंद्रपुर), 07 मई 2025 — घुग्घुस-वणी मार्ग पर रेत के परिवहन के खिलाफ प्रशासन ने सख्त कार्रवाई की है। (नायब तहसीलदार) डॉ. सचिन खंडाले, (मंडल अधिकारी घुग्घुस) प्रकाश सुर्वे, (तलाठी पिपरी) शाम खराते और (तलाठी शेनगाव) की संयुक्त टीम ने मंगलवार और बुधवार की दरम्यानी रात 12:30 बजे से 1:30 बजे के बीच यह कार्रवाई की।
इस कार्रवाई में तीन भारीभरकम वाहनों को जब्त कर घुग्घुस पुलिस स्टेशन में जमा कराया गया है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, वाहन क्रमांक MH 29 BD 5400 में गड़चिरोली ज़िले के अंबेशिवनी घाट से लाई गई 7 ब्रास रॉयल्टी दर्ज रेत पाई गई, लेकिन वास्तव में उसमें 12 ब्रास रेत लदी थी। वहीं, अन्य दो वाहन — MH 27 BX 7209 और MH 32 AJ 4442 में 10-10 ब्रास रेत थी, जिसके पास कोई वैध रॉयल्टी दस्तावेज नहीं थे।
जानकारी के अनुसार, रॉयल्टीवाली गाड़ी यवतमाल जिले की बताई जा रही है, जबकि बाकी दोनों वाहन यवतमाल जिले के कडम तालुका स्थित मेतीखेडा गांव से जुड़े हैं।
घुग्घुस क्षेत्र में इस कार्रवाई को लेकर चर्चाओं का बाजार गर्म है। लोगों में यह जिज्ञासा है कि क्या (नायब तहसीलदार) डॉ. सचिन खंडाले और उनकी टीम इन वाहनों से जुर्माना वसूलकर उन्हें छोड़ देगी या फिर घाट मालिक, वाहन चालक व मालिक के खिलाफ औपचारिक मामला दर्ज कर आगे की कार्रवाई करेगी।
इस घटना ने एक बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है — क्या प्रशासन के अन्य अधिकारी और विभागीय कर्मचारी इस अवैध व्यापार को जानबूझकर नजरअंदाज कर रहे हैं? कहीं यह किसी गहरी साठगांठ का हिस्सा तो नहीं? अब देखना यह है कि संबंधित विभाग इस मामले में कितनी पारदर्शिता और कठोरता से कदम उठाते हैं।