महाराष्ट्र विधानसभा में मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने नागपुर हिंसा पर कड़ा रुख अपनाते हुए कहा कि दंगा करने वालों के खिलाफ जाति और धर्म देखे बिना कठोर कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने स्पष्ट किया कि कानून व्यवस्था को किसी भी हाल में बिगड़ने नहीं दिया जाएगा.
नागपुर में हिंसा के बाद कर्फ्यू लागू
नागपुर में रात हुई हिंसा के बाद हालात तनावपूर्ण बने हुए हैं. स्थिति को नियंत्रित करने के लिए प्रशासन ने 11 पुलिस थाना क्षेत्रों में कर्फ्यू लगा दिया है. मुख्यमंत्री ने बताया कि इस हिंसा में 33 पुलिसकर्मी, जिनमें 3 पुलिस उपायुक्त शामिल हैं, घायल हुए हैं, जबकि 5 नागरिक भी जख्मी हुए हैं. इनमें से एक नागरिक की हालत गंभीर है और उसे आईसीयू में भर्ती कराया गया है.
राज्य सरकार की सख्त कार्रवाई
मुख्यमंत्री फडणवीस ने जानकारी दी कि राज्य रिजर्व पुलिस बल (SRPF) की 5 टुकड़ियां नागपुर में तैनात की गई हैं. साथ ही, पुलिस महानिदेशक (DGP) ने पूरे राज्य के पुलिस आयुक्तों और अधीक्षकों को अलर्ट पर रहने के आदेश दिए हैं.
हिंसा थी सुनियोजित?
मुख्यमंत्री ने कहा कि घटनास्थल से बड़ी मात्रा में हथियार और पत्थर बरामद किए गए हैं, जिससे यह स्पष्ट होता है कि यह हिंसा पूर्व नियोजित थी. कई वाहनों को भी आग के हवाले कर दिया गया और तोड़फोड़ की गई. उन्होंने कहा कि दंगाइयों को बख्शा नहीं जाएगा और पुलिस पर हमला करने वालों को कड़ी सजा दी जाएगी.
जनता से शांति बनाए रखने की अपील
मुख्यमंत्री ने राज्य की जनता से शांति और कानून-व्यवस्था बनाए रखने की अपील की. उन्होंने कहा कि सरकार किसी भी हालत में हिंसा बर्दाश्त नहीं करेगी और दोषियों को कानून के दायरे में लाकर सख्त सजा दी जाएगी.