दिल्ली : राहुल गांधी ने (25 ऑगस्ट 2023) विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि कुछ महीने पहले कन्याकुमारी से हम कश्मीर तक चले थे, यात्रा को हमने भारत जोड़ो यात्रा नाम दिया था और हमारा लक्ष्य जो बीजेपी और आरएसएस, देश में नफरत और हिंसा फैला रहे हैं, उसके खिलाफ खड़ा होना, देश में भाईचारा, मोहब्बत फैलाने की हमने कोशिश की. यात्रा का मैसेज था, बहुत अच्छा नारा, जो यात्रा में से निकला था- ‘ नफरत के बाजार में, हम मोहब्बत की दुकान खोलने निकले हैं और यही आपकी सोच है.
पिछले दिनों में, अपनी आंखो से मुझे ये देखने को मिला. यात्रा श्रीनगर में नहीं रुकनी थी, यात्रा को लद्दाख में आना था, मगर उस समय सर्दी थी, बर्फ थी और एडमिनिस्ट्रेशन ने हमें मना किया, कहा कि लद्दाख में नहीं जाना चाहिए, तो हमने बात मान ली थी. तो मेरे दिल में था और अभी भी है कि लद्दाख में भी हमें वो यात्रा चलानी चाहिए. शायद छोटा सा पहला कदम लिया, पैदल नहीं गए, मगर मोटरसाइकिल से और लद्दाख के कोने – कोने में मैं गया, लोगों से बात की, गरीब लोगों से, माताओं – बहनों से, युवाओं से और जो आपके दिल में हैं, उसको समझने की कोशिश की. दूसरे नेता हैं, वो अपने मन की बात करते हैं , मैंने सोचा मैं आपके मन की बात सुनू.
एक बात तो बिल्कुल साफ है कि जो गांधी की विचारधारा है, कांग्रेस पार्टी की विचारधारा है, वो लद्दाख के खून में और डीएनए में है और मैं सिर्फ बोल नहीं रहा हूं आपको, ये मत समझिए कि मैं आपको भाषण में ये बात बोल रहा हूं. मोटरसाईकिल से मैंने पूरे लद्दाख का चक्कर काटा है और रास्ते में देश भर से हमारे लोग काम करते हैं, बिहार से, राजस्थान से, उत्तर प्रदेश से, झारखंड से, छत्तीसगढ़ से, अलग – अलग स्टेट से यहां लोग सड़क बनाने के लिए लेबर का काम करते हैं और मैंने जानबूझकर इनसे सवाल पूछा. मैंने इनसे पूछा, देखिए आप यहां सर्दी में काम कर रहे हो, यूपी से आए हो, बिहार से आए हो, वहां पर इतनी सर्दी नहीं पड़ती, यहां पर माइनस 10-20 हो जाता है, आपको लद्दाख के लोग कैसे लगते हैं? क्या आपको लगता है कि यहां आप अकेले काम कर रहे हो? क्या लद्दाख के लोग आपकी मदद करते हैं? आपको प्यार दिखाते हैं? मैंने उनसे पूछा और एक से नहीं, अनेक लेबरर्स से मैंने पूछा और सारे के सारे लेबरर्स ने मुझे बताया कि हम अपने घर से हजारों किलोमीटर दूर हैं, हमारा परिवार यूपी में है, बिहार में है, मगर लद्दाख में हमें ऐसा लगता है कि हमारा दूसरा घर है, यहां पर जो भी कठिनाई होती है, पत्थर गिर जाते है, चोट लग जाती है, सर्दी होती है, भूख लग जाती है, लद्दाख के लोग हमारी मदद करते हैं और जब भी हम उनके पास मदद के लिए जाते हैं, वो एकदम हमारी मदद करते हैं.
तो ये आपके डीएनए में हैं, आप एक साथ, इज्जत के साथ, बिना नफरत के रहते हो और जो कांग्रेस पार्टी की विचारधारा है, वो आपके दिल के अंदर है. तो इस दौरे में आपने मुझे क्या बताया सबसे पहले आपने बोला कि जो आपका रिप्रेजेंटेशन होना चाहिए, जो आपकी राजनीतिक आवाज होनी चाहिए, जो आपके लोकल गवर्नमेंट के लीडर होने चाहिए, वो आवाज आपकी दबाई जा रही है. आप जरुर यूनियन टेरिटरी बनें, मगर आपके जो हक हैं, आपके जो अधिकार हैं, वो आपको नहीं मिल रहे हैं. ये आपने पहली बात बोली.
दूसरी बात आपने बोली कि जो रोजगार के वायदे आपसे किए गए थे, वो वायदे झूठे थे और लद्दाख के कोने – कोने में अगर किसी भी युवा से बात की जाए, वो आपको कहेगा कि लद्दाख बेरोजगारी का एपिसेंटर है. तीसरी बात आपने बोली कि जो सेल फोन की कवरेज होनी चाहिए, जो कम्युनिकेशन का सिस्टम होना चाहिए, वो नहीं है. यहाँ शायद आपने लोकल एयरपोर्ट की भी बात की, कि यहाँ पर आपका एयरपोर्ट है, मगर हवाई जहाज नहीं आता है. तो मैंने आपकी बात सुनने की कोशिश की और कांग्रेस पार्टी आपके साथ खड़ी है और आपके जो स्ट्रगल हैं, चाहे वो आपकी जमीन का मामला हो, चाहे वो रोजगार का मामला हो, चाहे जो आपका कल्चर है, आपकी जो भाषाएं हैं, उसकी रक्षा करने की बात हो, हम आपके साथ मिलकर खड़े हैं.
यहाँ पर सब लोग जानते हैं कि बहुत सारे नेचुरल रिसोर्सेस हैं, 21 वीं सदी में सोलर एनर्जी की बात की जाती है और लद्दाख में सोलर एनर्जी की कोई कमी नहीं है. बीजेपी के लोग ये जानते हैं, समझते हैं कि अगर आपको रिप्रजेंटेशन दिया जाए, तो फिर वो आपसे आपकी जमीन नहीं छीन पाएंगे. मामला जमीन का है और बीजेपी के लोग जो आपकी जमीन है, आपसे लेना चाहते हैं. अडानी जी के बड़े – बड़े प्रोजेक्ट्स यहाँ पर लगाना चाहते हैं और उन प्रोजेक्ट्स का फायदा आपको नहीं दिलवाना चाहते हैं.
हम ये कभी होने नहीं देंगे. कांग्रेस पार्टी ने जो लेह की एपेक्स बॉडी है और कारगिल डेमोक्रेटिक अलायंस जो है और इनकी जो मांग हैं, उनका हमने पूरा समर्थन किया है.
आखिरी बात मैं आपसे कहना चाहता हूं, लद्दाख एक स्ट्रैटेजिक जगह है और यहाँ आने पर खासतौर से जब मैं पैंगोंग लेक में था, तो एक बात बिल्कुल साफ है कि चीन ने हिंदुस्तान की जमीन ली है, हिंदुस्तान की हजारों किलोमीटर जमीन चीन ने हमसे छीनी है और दुख की बात है कि हिंदुस्तान के प्रधानमंत्री ने अपोजीशन की मीटिंग में कहा कि हिंदुस्तान का एक इंच किसी ने नहीं लिया है. ये सरासर झूठ है. लद्दाख का हर व्यक्ति इस बात को जानता है कि लद्दाख की जमीन चीन ने हिंदुस्तान से ली है और प्रधानमंत्री जी सच नहीं बोल रहे हैं और आपका जो रोल रहा है, खासतौर से कारगिल का रोल रहा है, उसके बारे में मैं कहना चाहता हूं जब भी हिंदुस्तान को आपकी जरुरत पड़ी है, जब भी बॉर्डर पर युद्ध हुआ है, तो कारगिल के लोग एक आवाज के साथ हिंदुस्तान के साथ खड़े हुए हैं. ये आपकी हिस्ट्री है, ये आपने एक बार नहीं, अनेक बार देश को दिखाया है.
तो इसके लिए मैं आपका दिल से धन्यवाद करना चाहता हूं और आपको आश्वासन देना चाहता हूं कि इस देश में बहुत सारे धर्म के लोग हैं, अलग – अलग जाति के लोग हैं, अलग – अलग भाषाएं बोलते हैं लोग, हमारे लिए सब लोग एक हैं और इस देश में सब लोगों को इज्जत से, मोहब्बत से रहना चाहिए.
आप यहाँ आए, आपने अपना कीमती समय मुझे दिया, इसके लिए मैं आपको दिल से धन्यवाद कहना चाहता हूं और अंत में कहना चाहता हूं कि अब मैं लद्दाख के चारों ओर घूमा हूं और शायद ये हिंदुस्तान की सबसे सुंदर जगह है और यहाँ के लोग दिल से बात करते हैं, प्यार से बात करते हैं. इसके लिए आप सबको बहुत – बहुत धन्यवाद. नमस्कार, जयहिंद. सलाम.
एक आखिरी चीज़ बोलना चाहता हूँ. लद्दाख के हर रीजन में आपके लोकल इशूज हैं और लद्दाख के भी सेन्ट्रल इशूज हैं. मैं आपको कहना चाहता हूँ कि अगला जो पार्लियामेंट सेशन होगा, उसमें मैं आपके जो मेन मुद्दे हैं, उनको पार्लियामेंट में आपके लिए उठाऊँगा.