नागरिकों के उचित निर्देशों एवं फीडबैक हेतु कलेक्टर कार्यालय में 1 माह तक उपलब्ध
कलेक्टर ने प्रेसवार्ता में दी जानकारी
चंद्रपुर : ‘गजेटियर’ (दर्शनिका) किसी भी जिले के लिए एक मूल्यवान एवं संदर्भ हेतु अत्यंत उपयोगी पुस्तक है. ब्रिटिश काल के दौरान 1909 में डिस्ट्रिक्ट गजेटियर का अंग्रेजी संस्करण प्रकाशित हुआ था. आज़ादी के बाद 1973 में इसी किताब का संशोधित संस्करण प्रकाशित हुआ. अब, पहली बार चंद्रपुर जिला गजेटियर मराठी भाषा में प्रकाशित किया जाएगा. कलेक्टर विनय गौड़ा जी.सी. ने कहा कि उक्त गजेटियर नागरिकों के अवलोकन के लिए और अंतिम प्रकाशन से पहले उचित सुझाव और प्रतिक्रिया दर्ज करने के लिए कलेक्टर कार्यालय में एक महीने के लिए उपलब्ध रहेगा. उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस में दी.
मराठी में चंद्रपुर जिले का गजेटियर दो खंडों और लगभग 1400 पृष्ठों में होगा. इसमें जिले की प्राकृतिक विशेषताएं, स्थलाकृति, नदियाँ, वन संसाधन, स्थानों की भौगोलिक जानकारी, लोगों के रीति-रिवाज, शाही परिवारों का इतिहास, आर्थिक व्यवस्था, राजस्व प्रशासन, भूगोल, इतिहास, सार्वजनिक प्रशासन, सिंचाई, व्यापार, उद्योग शामिल हैं. इसमें बैंकिंग सुविधाएं, परिवहन और संचार, प्राचीन खंडहर, ऐतिहासिक विरासत और पुरातात्विक स्थलों आदि का विवरण शामिल है. विशेष रूप से गजेटियर पुस्तक की पारंपरिक मूल अवधारणा के अलावा जिले के सामाजिक एवं सांस्कृतिक क्षेत्र में हो रहे नये शोध और उसके अनुसार चंद्रपुर जिले में हुए बदलावों की व्यापक समीक्षा कर इस गजेटियर को तैयार करने का प्रयास किया गया है.
उक्त गजेटियर 25 अगस्त से 25 सितम्बर तक कार्यालय समय एवं कार्यालय दिवस में कलेक्टोरेट कार्यालय में नागरिकों के अवलोकनार्थ उपलब्ध रहेगा. यदि नागरिक गजेटियर को देखकर इस संबंध में उचित सुझाव और फीडबैक दर्ज करना चाहते हैं तो उन्हें इसे रजिस्टर में दर्ज करना चाहिए. उचित प्रतिक्रिया और सुझावों पर सकारात्मक विचार किया जाएगा.