चंद्रपुर : विकसित भारत@2047 के तहत जिला विकास योजना तैयार की जा रही है. इसके लिए विभिन्न विभागों के अंतर्गत सात समितियों का गठन किया गया है और योजना की तैयारी के संबंध में कलेक्टर विनय गौड़ा जी.सी. की अध्यक्षता में समीक्षा बैठक हुई. इस अवसर पर, जिला प्रशासन और सिम्बायोसिस स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स, पुणे के बीच एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए.
मुख्य कार्यकारी अधिकारी विवेक जॉनसन, ताडोबा-अंधारी टाइगर रिजर्व के क्षेत्रीय निदेशक डॉ. जितेंद्र रामगांवकर, सहायक कलेक्टर मुरुगनाथम एम., जिला योजना अधिकारी राजेश कलमकर, सिम्बायोसिस इंस्टीट्यूट के निदेशक प्रो. ज्योति चंदिरमानी, उप निदेशक डॉ. सुदीपा मजूमदार, डॉ. दीपा गुप्ता, डॉ. वरुण मिघलानी, प्रज्वल वडेट्टीवार और जिले के विभिन्न विभागों के प्रमुख उपस्थित थे.
जिला विकास योजना को लेकर जिला प्रशासन अब सिंबॉयसिस स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स के साथ मिलकर काम करेगा. इसके लिए इस विषय के विशेषज्ञों का मार्गदर्शन लिया जाएगा. इस अवसर पर कलेक्टर ने कहा कि जिले का समग्र विकास करते हुए इसे सतत विकास लक्ष्यों के साथ जोड़ना जरूरी है. कृषि एवं संबद्ध सेवाएँ, उद्योग, पर्यटन, खनन आदि विभागों को तदनुसार कार्य करने की आवश्यकता है. कलेक्टर ने कहा कि इसके साथ ही कृषि में नवीकरणीय स्रोतों से ऊर्जा उत्पादन, सहफसली विधि पर जोर देने का प्रयास किया जाना चाहिए. भविष्य में संबंधित विभाग प्रमुख विषयवार बैठकें आयोजित करें. साथ ही, जिला कलेक्टर ने यह भी सुझाव दिया कि चंद्रपुर जिले की एक व्यापक विकास योजना जल्द से जल्द तैयार की जानी चाहिए.
उक्त बैठक में चंद्रपुर जिले के महत्वपूर्ण विषयों पर प्रस्तुतिकरण दिया गया. साथ ही कलेक्टरेट की ओर से मुख्यमंत्री के फेलो सिद्धार्थ देशमुख ने प्रेजेंटेशन दिया.
विकसित भारत @2047 के तहत वर्ष 2022-27, 2027-37 एवं 2037-47 के लिए जिले की विकास योजना तैयार की जानी है. इसके लिए कृषि संबद्ध सेवाओं, खनन, उद्योग, पर्यटन, बुनियादी ढांचे, सामान्य सेवाओं और प्रदूषण नियंत्रण प्रबंधन विषयों पर समितियों का गठन किया गया है.