चंद्रपुर : चंद्रपुर जिला न्यायालय में लोक अभिरक्षक कार्यालय (लिटुअल सर्विस डिफेंस एडवोकेट सिस्टम) शुरू किया गया है. उक्त कार्यालय कोर्ट ग्राउंड फ्लोर, कमरा नंबर 14 में संचालित है.
सार्वजनिक संरक्षक क्या है?
मुख्य रूप से जेलों में बंद अपराधी जिनकी स्थिति बेहद खराब है, गरीबी और अन्य कारणों से निजी वकील का खर्च वहन नहीं कर सकते हैं. उक्त कार्यालय के कार्य की प्रकृति ऐसे बंदियों के लिए जमानत आवेदन दायर करना, कार्यालय के माध्यम से उनके मामले में प्रतिनिधित्व पत्र दाखिल करना, उनका मुकदमा चलाना और रिमांड कार्य में जरूरतमंदों को मुफ्त कानूनी सेवाएं प्रदान करना है.
किसे फायदा हो सकता है?
महिलाएं, बच्चे, अनुसूचित जाति एवं जनजाति, आपदा पीड़ित, जेल एवं संरक्षक, औद्योगिक श्रमिक, मानसिक रूप से कमजोर, शोषित, तीन लाख तक की वार्षिक आय वाले व्यक्ति इस योजना से लाभान्वित हो सकते हैं.
वकील. विनोद बोरसे, वाय. सी. गणवीर, एस. एस. मोहरकर, ए. एम. फलके, ए. जी. पवार को जरूरतमंदों को मुफ्त कानूनी सेवाएं प्रदान करने के लिए नियुक्त किया गया है.
सार्वजनिक संरक्षक कार्यालय चंद्रपुर कानूनी सेवा प्राधिकरण के माध्यम से चालू किया गया है. अवकाश रिमांड, दैनिक रिमांड कार्य के दौरान जेलों और पुलिस स्टेशनों का दौरा करके जरूरतमंदों को मुफ्त कानूनी सेवाएं प्रदान की जाती हैं. इसके लिए प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश समृद्धि भीष्म एवं जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव एवं सिविल जज सुमित जोशी का प्रशासनिक मार्गदर्शन मिल रहा है.
जनरक्षा कार्यालय के मुख्य लोक संरक्षक विनोद बोरसे ने अपील की है कि समाज के वंचित एवं जरूरतमंद लोगों को इस योजना का लाभ उठाना चाहिए.