अयोध्या (उत्तर प्रदेश), 11 जून 2025 — ज्येष्ठ पूर्णिमा (आज, 11 जून) के पावन अवसर पर श्री राम जन्मभूमि सहित अयोध्या के प्रमुख मंदिरों में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ पड़ी है। प्रशस्त आयोजन व उत्तम व्यवस्थाओं के बीच यह धार्मिक माहौल अद्वितीय श्रद्धा और भक्ति से भरा दिखाई दे रहा है।
भीड़ और दृश्य
राम जन्मभूमि मंदिर के निकट श्रद्धालुओं की कतारें लंबी, गलियाँ सघन ट्रैफिक में फंसी हुई और जय श्री राम के जयघोष वातावरण को भक्तिमय बना रहे हैं।
पुराने समय से चले आ रहे ‘बड़े मंगल’ और ज्येष्ठ पूर्णिमा का विशेष महत्व हुआ, जिससे हनुमानगढ़ी और अन्य मंदिरों में भीड़ गुज़रने वाली नहीं।
प्रशासन और व्यवस्था
स्थानीय प्रशासन (जिला अधिकारी, आईजी, मण्डलायुक्त) ट्रैफिक एवं भीड़ नियंत्रण हेतु तैनात रहे। रामपथ–हिन्दू मार्ग चौड़ीकरण व राम जन्मभूमि–हनुमानगढ़ी लक्षित रास्तों पर विशेष निगरानी जारी है।
प्रवेश निकासी के लिए अतिरिक्त गेट एवं नई लेन खोली गई है। ठहरने के लिए लगभग 20,000 भक्तों के लिए आश्रय एवं खाद्य-पानी की व्यवस्था मुहैया कराई गई है।
पुलिस ने यातायात नियंत्रण सहित, सादी वर्दी एवं महिला कर्मियों की तैनाती कर सुरक्षाबल को चौकस रखा है।
धार्मिक महोत्सव का महत्व
ज्येष्ठ पूर्णिमा को विशेष स्थान है — इस अवसर पर भक्त शिव-हनुमान-राम आदि की पूजा अर्चना करते और दान-पुण्य करते हैं, ऐसा ज्योतिषीय मान्यता है।
बीच-बीच में हर्षोल्लास और धार्मिक उद्घोष सुनाई दिए, भक्तगण सरयू नदी के तट पर स्नान के बाद मंदिर पहुंच रहे हैं।
पिछले प्रमुख आयोजन
इसी माह, 3–5 जून के बीच राम दरबार आदि की प्राण-प्रतिष्ठा भी अयोध्या में सम्पन्न हुई थी। इनमें बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल हुए और कविताओं, भजनों, संस्कृतिक प्रस्तुति से वातावरण और भक्तिमय रहा।
निर्माण समिति के अनुसार मंदिर का निर्माण 5 जून तक पूर्ण हुआ था, और तब से श्रद्धालुओं का आना निरंतर जारी है।
ज्येष्ठ पूर्णिमा के पावन दिन अयोध्या में निर्माण पूर्ण राम मंदिर और हालिया प्राण प्रतिष्ठा के सामूहिक उत्साह ने आध्यात्मिक रूप से माहौल को अत्यंत जीवंत कर दिया है। भारी भीड़ व जयघोष ने शहर को एक बार फिर भव्य तीर्थस्थली बना दिया है। प्रशासन ने ठोस कदम उठाकर व्यवस्था बनाए रखी है, जिससे श्रद्धालुओं को सुविधा हो सके।
यह दिन भक्तों के लिए सौभाग्य और स्थाई आस्था का प्रतीक बनकर उभरा है, जहाँ हर पग पर भक्ति की ध्वनि गूंज रही है।