नई दिल्ली: कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने संसद में रेत खनन और मछुआरों से जुड़े महत्वपूर्ण मुद्दों को उठाते हुए सरकार से ठोस कदम उठाने की मांग की। उन्होंने विशेष रूप से तीन तटीय राज्यों – केरल, तमिलनाडु और महाराष्ट्र के सांसदों द्वारा व्यक्त की गई चिंताओं का समर्थन किया।
शशि थरूर ने कहा, “यह एक बहुत ही महत्वपूर्ण मुद्दा है। हम अपने मछुआरों की भलाई को प्रभावित करने वाली स्थितियों के बारे में बहुत चिंतित हैं। वे गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन कर रहे हैं और गंभीर समस्याओं का सामना कर रहे हैं।”
थरूर ने तटीय कटाव की समस्या को भी संसद में उठाया और बताया कि यह समस्या वर्षों से बनी हुई है। उन्होंने कहा कि तटीय क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को इससे भारी नुकसान हो रहा है और सरकार को इस दिशा में कारगर कदम उठाने चाहिए।
इसके अलावा, उन्होंने केरोसिन सब्सिडी की समस्या पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा, “मछुआरों के पास एलपीजी से चलने वाले इंजन खरीदने के साधन नहीं हैं। उन्हें अपनी पारंपरिक मछली पकड़ने वाली नावों को चलाने के लिए केरोसिन की जरूरत होती है। ऐसे में सरकार को या तो अधिक सब्सिडी वाला केरोसिन उपलब्ध कराना चाहिए या फिर उन्हें सब्सिडी वाले इंजन प्रदान करने चाहिए। आप उन्हें बिना ईंधन दिए मझधार में नहीं छोड़ सकते।”
शशि थरूर की इस मांग से तटीय क्षेत्रों में रहने वाले मछुआरों की समस्याओं पर एक बार फिर ध्यान केंद्रित हुआ है। अब देखना होगा कि सरकार इन मुद्दों पर क्या कदम उठाती है।