Gadchiroli: The police postponed a major attack by recovering explosives suppressed by Naxalites from the forest in Kavande village of Bhamragarh taluka.
गडचिरोली जिले के भामरागढ़ तालुका में स्थित कवंडे गांव महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ की सीमा पर बसा है. हाल ही में, 9 मार्च को, गडचिरोली पुलिस ने इस गांव में एक पुलिस थाना स्थापित किया था. इसके बाद पुलिस दल लगातार नक्सल विरोधी अभियान चला रहा था.
पुलिस ने बरामद किए विस्फोटक और हथियार
जब कवंडे पुलिस थाने की विशेष अभियान टीम इलाके में गश्त कर रही थी, तब उन्हें पुलिस सहायता केंद्र से लगभग 100 मीटर दक्षिण दिशा में जंगल की पगडंडी पर एक भरमार बंदूक दिखाई दी. इससे उन्हें शक हुआ कि आसपास कुछ और भी संदिग्ध सामग्री हो सकती है. तुरंत ही बम निरोधक दस्ते को बुलाया गया. अत्याधुनिक उपकरणों की मदद से जब इलाके की जांच की गई, तो पुलिस को जमीन में लगभग डेढ़ से दो फीट की गहराई में छिपाए गए विस्फोटक मिले. पुलिस ने सतर्कता से इन विस्फोटकों को बाहर निकालकर नष्ट कर दिया.
नक्सलियों की बड़ी साजिश नाकाम
इस कार्रवाई के बाद यह स्पष्ट हो गया कि नक्सली पुलिस दल को नुकसान पहुंचाने की योजना बना रहे थे. लेकिन पुलिस की मुस्तैदी के कारण यह साजिश नाकाम हो गई.
वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशन में बड़ी कार्रवाई
इस पूरे अभियान को पुलिस अधीक्षक नीलोत्पल, अपर पुलिस अधीक्षक यतीश देशमुख, एम. रमेश, सत्यसाई कार्तिक और उपविभागीय पुलिस अधिकारी अमर मोहिते के मार्गदर्शन में अंजाम दिया गया. कवंडे पुलिस थाने के प्रभारी अधिकारी मंदार शिंदे और उनकी टीम ने सतर्कता और सूझबूझ से कार्रवाई करते हुए एक बड़े हमले को टालने में सफलता हासिल की.
गडचिरोली पुलिस की इस मुस्तैदी से नक्सलियों की नापाक योजना ध्वस्त हो गई है, जिससे क्षेत्र में शांति और सुरक्षा बनी रहेगी.