क्या ये जुमला है या विकास और श्रेय की राजनीति है?
घुग्घुस : पिछले साल 26 अगस्त 2022 को घुग्घुस के अमराई वार्ड में भूस्खलन हुआ. पूरा घर जमीन में चला गया. कुछ घर क्षतिग्रस्त हो गये. 169 परिवारों को स्थानांतरित किया गया. घुग्घुस शहर में 169 परिवार अन्य स्थानों पर चले गए. अब एक साल से अधिक समय बीत जाने के बाद भी भूस्खलन पीड़ित परिवारों को नहीं मकान मिले, नहीं जमी, नहीं पट्टे दिये गये है. परंतु केंद्र और राज्य में शासित नेताओं द्वारा राजनीतिक षड्यंत्र खुले आम देखने को मिल रहा है.
सूत्रों के अनुसार चंद्रपुर जिले के पालक मंत्री राज्य की सत्ताधारी पार्टी के मंत्री हैं. उन्हें विकास पुरुष के नाम से जाना जाता है. उनके भक्त नेता उनकी सेवा में सदैव तत्पर रहते हैं. इनके नेता को उच्चतम स्तर पर रखने का प्रयास किया जा रहा है. दादा और गुरुजी पीड़ितों की पीड़ितों के मदत के राह पर हैं. सत्ताधारी पार्टी में रहने के बाद भी अभी तक मकान, जमीन और पट्टा नहीं दिया गया है. लेकिन शासन प्रशासन जानकारी लेने और इसका श्रेय लेने को तैयार है.
ध्यानाकर्षण :
वेस्टर्न कोल फील्ड लिमिटेड कंपनी के स्वामित्व वाली भूमि पर कुछ प्रतिशत अतिक्रमण. इससे कोई इनकार नहीं कर सकता. पहले शोषित, पीड़ित, अत्यंत गरीब और जो लोग जमीन नहीं खरीद सकते थे वे अपना जीवन यापन करने के लिए कहीं न कहीं अपना अस्थायी घर बना लेते थे. लेकिन अब पिछले कुछ सालों से नेताओं, अच्छे घराने के लोगों, दबंगों और अन्य लोगों द्वारा जोर-शोर से अतिक्रमण किया जा रहा है? इस मामले में पीड़ितों को उचित मुआवजा और समय-समय पर उचित मदद नहीं मिल पा रही है.