नागपुर नगर निगम (NMC) ने शहर के अंबाझरी तालाब में मौजूद जलपर्णी से पर्यावरण-अनुकूल उत्पाद बनाने की अनूठी पहल शुरू करने का निर्णय लिया है। इस पहल के तहत 100 महिलाओं को कौशल विकास का प्रशिक्षण दिया जाएगा, जिससे वे आत्मनिर्भर बन सकेंगी। इस योजना से शहर के स्वयं सहायता समूहों और महिलाओं को भी रोजगार के नए अवसर मिलेंगे।
नगर आयुक्त एवं प्रशासक डॉ. अभिजीत चौधरी ने 21 मार्च को प्रस्तुत किए गए बजट में इस परियोजना के लिए 33.07 लाख रुपये के फंड का प्रावधान किया है। उनका कहना है कि जलपर्णी को हटाकर इससे हस्तशिल्प और अन्य उपयोगी वस्तुएं बनाई जाएंगी, जिससे पर्यावरण संरक्षण के साथ-साथ रोजगार भी सृजित होगा।
क्या-क्या बनेगा जलपर्णी से?
इस परियोजना के तहत जलपर्णी से टोकरी, कागज, कार्डबोर्ड, टोपी, चटाई, फर्नीचर पैकिंग पेपर और जूट के साथ मिलाकर रस्सी जैसी वस्तुएं तैयार की जाएंगी।
नगर निगम की यह पहल न केवल तालाब की सफाई में मदद करेगी, बल्कि महिलाओं को आर्थिक रूप से मजबूत करने और इको-फ्रेंडली उत्पादों को बढ़ावा देने में भी सहायक होगी।