घुग्घुस
(चंद्रपुर) : घुग्घुस नगर परिषद क्षेत्र में बढ़ती समस्याओं को लेकर आम नागरिकों ने जनता दरबार में अपनी शिकायतें दर्ज कराईं. इस दौरान आमदार किशोर जोरगेवार ने जनता की समस्याओं को सुना और समाधान के लिए आवश्यक कदम उठाने का आश्वासन दिया. जनता दरबार में लोगों का मिला-जुला प्रतिसाद देखने को मिला—कुछ को उम्मीद थी तो कुछ ने इसे महज एक राजनीतिक स्टंट बताया. अब देखने वाली बात होगी कि विभिन्न सरकारी विभाग और कंपनियों का प्रबंधन इन समस्याओं का समाधान करने में कितना सफल होता है. फिलहाल, आम जनता की निगाहें इस ओर टिकी हुई हैं.
जनता दरबार में उठे प्रमुख मुद्दे
- बिजली आपूर्ति और बस्तियों की समस्याएं
निरादरों को आर्थिक सहायता – आमदार जोरगेवार ने आश्वासन दिया कि जरूरतमंदों के खाते में जल्द ही सहायता राशि जमा की जाएगी.
बिजली कनेक्शन – शास्त्री नगर WCL क्षेत्र में रह रहे नागरिकों का बिजली कनेक्शन काटा जा रहा था. उन्होंने मांग की कि जब तक मीटर उपलब्ध नहीं होते, तब तक उन्हें बिजली की आपूर्ति दी जाए.
बस्तियों की समस्याएं – आंबेडकर नगर और शिवनगर के निवासियों की समस्याओं के समाधान के लिए CGM कार्यालय, तडाली में विशेष बैठक करने का निर्णय लिया गया.
GO माइन बंद करने की मांग – पिछले 15 वर्षों से बंद पड़ी GO माइन को पूरी तरह बंद करने की मांग की गई.
बुनियादी सुविधाओं और सामाजिक मुद्दों पर चर्चा
WCL एरिया में सामाजिक कार्य – सामाजिक कार्यों के लिए NOC जारी करने की मांग रखी गई.
पाइपलाइन का मुद्दा – पाइपलाइन से जल आपूर्ति में हो रही समस्याओं को लेकर चर्चा हुई.
दिव्यांगों के लिए साहित्य – दिव्यांग नागरिकों को आवश्यक साहित्य उपलब्ध कराने की घोषणा की गई.
सरकारी योजनाओं और प्रशासनिक कार्रवाई1
1500 नागरिकों को नोटिस – नगर प्रशासन ने 1500 जागे (जगहों) पर नोटिस जारी करने की योजना बनाई है, जिसमें से 700 नोटिस पहले ही जारी किए जा चुके हैं. SDO, तहसीलदार और मुख्याधिकारी को शेष कार्य शीघ्र पूरा करने के निर्देश दिए गए.
प्रधानमंत्री आवास योजना – लाभार्थियों को पत्र मिलने के एक सप्ताह के भीतर समाधान निकालने की बात कही गई।
अन्य प्रमुख मुद्दे
पुलिस विभाग – आम नागरिकों की शिकायतों को गंभीरता से लेने और त्वरित कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए.
सड़क और नाली की समस्या – नगर परिषद से जल्द से जल्द इन समस्याओं को हल करने का आग्रह किया गया.
ठेका कामगारों की समस्या – घुग्घुस नगर परिषद कार्यालय के ठेका मजदूरों ने अपनी मांगें रखीं, जिन पर प्रशासन ने ध्यान देने का आश्वासन दिया.
उद्योगों की आलोचना – कोयला, स्टील और सीमेंट उद्योगों द्वारा प्रदूषण और नागरिकों को हो रही परेशानियों पर नाराजगी जताई गई.
ट्रैफिक और धूल प्रदूषण – सड़क पर यातायात जाम, नो-पार्किंग की समस्या और उड़ती धूल से नागरिकों को हो रही दिक्कतों पर भी ध्यान आकर्षित किया गया.
शिक्षा से जुड़े मुद्दे – स्कूलों में सुविधाओं को लेकर निवेदन दिया गया.
इस अवसर पर MSEB, WCL, घुग्घुस नगर परिषद, तहसीलदार, डॉक्टर और अन्य विभागों के अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित थे. अब देखने वाली बात होगी कि इन समस्याओं का समाधान कितनी जल्दी और प्रभावी रूप से किया जाता है. फिलहाल, आम जनता समाधान की आस लगाए हुए है.