भारी वाहनों से स्कूली बस में सवार छात्र छात्राओं की जान जोखिम में
चंद्रपुर : घुग्घुस में MIRDC का काम चल रहा है. 22 नवंबर तक भारी वाहनों के लिए प्रतिबंधित है. वहां किसी दिन बड़ा हादसे की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता है. क्यों कि हालही में स्कूली छात्र मामूली रूप से जख्मी हुआ था. जिसके बाद से बहनों का आवागमन घुग्घुस ट्रैफिक पुलिस की उपस्थिति में और भी बढ़ गया है. घुग्घुस पुलिस स्टेशन के थानेदार और जिला पुलिस अधीक्षक की अनदेखी द्वारा किसी की जान कभी भी जा सकती है.
सूत्रों के अनुसार घुग्घुस में भारी वाहन नो एंट्री जोन से गुजर रहे हैं. इन वाहनों को स्वयं ट्रैफिक पुलिस खड़े रहकर जाने देते है? ये बड़ा सवाल है. जिला पुलिस अधीक्षक ने आदेश जारी कर भारी वाहनों के प्रवेश पर रोक लगा दी थी. इस आदेश का पालन कराना स्थानीय पुलिस और ठेकेदारों की जिम्मेदारी है. इसके लिए दोनों तरफ बैरीगेट लगा दिए गए हैं. इसे भी पुलिस की मौजूदगी में किसी भारी वाहन से तोड़ दिया गया है? लेकिन उस पुलिस कर्मी ने कोई ठोस कार्रवाई नहीं दिखाई. नाम के लिए ट्रैफिक पुलिस दिखाई पड़ता है? इसे अव्यवस्था और लापरवाही समझा जा सकता है. ऐसे में यहां से गुजराती स्कूल बसों और सामान्य नागरिकों के लिए खतरा बढ़ गया है. स्कूली बच्चों की जान खतरे में है. यहां ट्रकों के बिछ से स्कूल बस गुजर रहे है. खासकर ओवरलोडेड ट्रक भी बड़ी मात्रा में क्षेत्र में देखे जा सकते हैं. फिर ये ट्रक कहां से आ रहे हैं? किसके इशारे पर चल रहे हैं? एसपी के आदेश कि धज्जियां खुद एसपी तो नहीं उड़ा रहा है? कल को कोई दुर्घटना हो जाये तो कौन जिम्मेदार है? ऐसे कई सवाल अब चर्चा में हैं.