देश: 22 जनवरी को अयोध्या में राम मंदिर का प्राणप्रतिष्ठा उत्सव होने वाला है. इस उत्सव में चुनिंदा लोगों को बुलाई जा रही है. ऐसे में बुधवार को त्रिवेणी मेले में चल रहे महारुद्र यज्ञ में शामिल होने के लिए आए जगन्नाथपुरी मठ के शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती ने कहा कि मोदी जी लोकार्पण करेंगे, मूर्ति का स्पर्श करेंगे, तो मैं वहां तालियां बजाकर जय-जयकार करूंगा क्या? मेरे पद की भी मर्यादा है. राम मंदिर में मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा शास्त्रों के अनुसार होनी चाहिए, ऐसे आयोजन में मैं क्यों जाऊं’. ऐसे में सम्पूर्ण भारत में सुर्खियां बटोरने लगी है. सोशल मीडिया में थीकी आलोचनाएं शुरू हो गई.
क्या अब #शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती जी हिंदू/सनातन विरोधी हो कहलाएंगे ?
।।जय सियाराम।। pic.twitter.com/745NIJOmjA
— Mehul Maru (@MehulMaroo) January 4, 2024