चंद्रपुर : शहर में आवारा कुत्तों की संख्या को नियंत्रित करने, रेबीज को खत्म करने और मानव-पशु संघर्ष से बचने के लिए, चंद्रपुर नगर निगम और प्यार फाउंडेशन द्वारा कुत्तों का टीकाकरण और नसबंदी अभियान चल रहा है. संपर्क का अनुरोध किया गया है.
कई जगहों पर आवारा कुत्ते एक गंभीर समस्या हैं. रात के समय गाड़ी के पीछे दौड़ना, काटना, शरीर पर आना, दुर्घटना का कारण बनना आदि इन आवारा कुत्तों के कारण होते हैं. पागल कुत्तों के काटने से कई लोगों को मरना पड़ता है या रेबीज से बचने के लिए कई इंजेक्शन की जरूरत पड़ती है. पशु क्रूरता निवारण अधिनियम 1960 और पशु जन्म नियंत्रण अधिनियम 2001 के अनुसार कुत्तों को मारना प्रतिबंधित है. लेकिन आवारा कुत्तों की संख्या दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है. इस पर नियंत्रण पाने के लिए चंद्रपुर नगर पालिका द्वारा उक्त अभियान चलाया जा रहा है.
पेटनिटी एंड एनिमल रिहैबिलिटेटर्स (प्यार) फाउंडेशन को शहर में आवारा कुत्तों की नसबंदी की जिम्मेदारी सौंपी गई है. चूंकि शहर में करीब 8 से 9 हजार आवारा कुत्ते हैं और इनकी संख्या बढ़ती जा रही है, इसलिए नसबंदी का काम शुरू किया गया है. नगर पालिका द्वारा अब तक 1800 कुत्तों की नसबंदी की जा चुकी है.
यदि आप अपने क्षेत्र में आवारा कुत्तों की नसबंदी और टीकाकरण करना चाहते हैं, तो चंद्रपुर नगर निगम मोबाइल नंबर 7028882889 पर उक्त जानकारी देने की अपील कर रहा है.