उनके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जानी चाहिए…
घुग्घुस (चंद्रपुर) : हिंदू जागरण संघ के घुग्घुस की ओर से एक बहुत ही गंभीर मामले पर राष्ट्रपति का ध्यान आकर्षित करने के लिए द्रौपदी मुर्मू, महामहिम राष्ट्रपति, भारत, राष्ट्रपति भवन, नई दिल्ली को कलेक्टर, चंद्रपुर के माध्यम से एक ज्ञापन सौंपा. और कहा हाल ही में संसद में एक बहस के दौरान लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी द्वारा हिंदू समुदाय के बारे में की गई आपत्तिजनक टिप्पणी से हिंदू जागरण संघ और लाखों हिंदुओं को दुख हुआ. उन्होंने हिंदुओं को हिंसक, झूठा और नफरत फैलाने वाला कहा है. इससे हमारे सहित देशभर के करोड़ों हिंदुओं की भावनाएं आहत हुई हैं. इससे देशभर के हिंदुओं में गुस्से की लहर पैदा हो गई है. यह बयान लोकसभा से सीधा प्रसारित हुआ और दुनिया भर के लोगों तक पहुंचा. इससे सहिष्णु हिन्दू समाज की पूरे विश्व में बदनामी हुई है.
यह पहली बार नहीं है कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी या उनकी कांग्रेस पार्टी ने इस तरह का बयान दिया है. इससे पहले कांग्रेस भगवा आतंकवाद या हिंदू आतंकवाद की अवधारणा पेश करने की कोशिश कर चुकी है. कांग्रेस हमेशा से वैश्विक स्तर पर हिंदू समुदाय को बदनाम करने की कोशिश करती रही है. यह साबित हो गया है कि राहुल गांधी का मंदिरों में जाना और हाथ पर पवित्र धागा बांधना पूरी तरह से धोखाधड़ी थी.
1990 के दशक में कश्मीरी हिंदुओं को कश्मीर से किसने विस्थापित किया? क्या राहुल गांधी बताएंगे कि यह विस्थापन किस समुदाय ने किया है? ‘सर तन से जुदा’ का फतवा जारी कर देश भर में कई हिंदुओं का गला काटने वाला कौन था, क्या राहुल गांधी हमें बताएंगे? राहुल गांधी कभी यह क्यों नहीं बताते कि वह कौन था जिसने मणिपुर में हजारों सहिष्णु मताई समुदायों पर आक्रमण किया और उन्हें विस्थापित किया? राहुल गांधी कभी इस बारे में बात क्यों नहीं करते कि श्री रामवाणी, हनुमान जयंती, नवरात्रि, महा शिवरात्रि, हिंदू नव वर्ष आदि हिंदू त्योहारों के दौरान पथराव करने वाले, हिंदुओं की हत्या करने वाले, देवताओं की मूर्तियां तोड़ने वाले कौन थे? पूरी दुनिया जिहादी आतंकवाद से पीड़ित है, लाखों लोग मारे जा चुके हैं, लेकिन इस आतंकवाद का रंग क्या है? राहुल गांधी ने ऐसा कभी नहीं कहा.
सबसे पुराना हिंदू धर्म सहिष्णु था, इसने कभी भी अन्य संप्रदायों की तरह विस्तार या धर्मांतरण के लिए दूसरों पर हमला नहीं किया. बल्कि, वैश्विक हिंदू समाज आज सार्वभौमिक शांति और कल्याण की अपनी विचारधारा के लिए जाना जाता है, जो ‘वसुधैव कुटुंबकम’ या पूरी दुनिया को एक परिवार के रूप में प्रस्तुत करता है. इस समुदाय को हिंसक, नकली, घृणित या आतंकवादी के रूप में लेबल करना इसकी छवि को धूमिल करने का एक प्रयास है.
ऐसे में एक राष्ट्रीय स्तर के नेता की ओर से आया यह बयान बेहद अनुचित और समाज को बांटने वाला है. साथ ही पूरे देश में हिंदू समुदाय के प्रति नफरत और नफरत का माहौल बनाया गया है. इस आपत्तिजनक बयान से देश की एकता को झटका लगा है. यह देश में सद्भाव और शांति के लिए एक बड़ी बाधा बन गया है. राहुल गांधी की ओर से दिया गया स्पष्टीकरण ठोस नहीं है. इसलिए उन्हें हिंदू समुदाय से सार्वजनिक रूप से और बिना शर्त माफी मांगनी चाहिए. साथ ही लोकसभा में ‘लोकसभा की सदस्यता’ की शपथ लेते समय सभी के साथ समान व्यवहार करने की शपथ ली जाती है. राहुल गांधी ने उस शपथ को खुलेआम तोड़ा है. इसलिए इनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करना बेहद जरूरी है. इसलिए हिंदू जागरण संघ के घुग्घुस की ओर मांग है कि राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता तुरंत रद्द की जाए. उनके खिलाफ मामला दर्ज कर कानूनी कार्रवाई की जानी चाहिए. समाज में मतभेद और नफरत पैदा करने वालों को चुनाव लड़ने से स्थायी रूप से प्रतिबंधित किया जाना चाहिए.
कलेक्टर कार्यालय में ज्ञापन देते समय शिव कुमार चौहान, शेषमणी रजक, अनिल गुप्ता, काशीप्रसाद यादव, रामचंद्र केवट, संदीप सिंह बैस, शैलेश गिरी आधी उपस्थित थे.