घुग्घुस (चंद्रपुर): घुग्घुस पुलिस स्टेशन के अंतर्गत लगभग 15 गांव आते हैं. इनमें से कुछ कबाड़ की दुकानें संबंधित विभाग के अधिकारियों के आशीर्वाद से गांव के मुख्य सड़क किनारे और शहर-गांव के बीच चल रही हैं. इनमें से कुछ दुकान एक लाइसेंस पर कई दुकानें चल रही हैं. यह अस्थायी अनुमति पर चल रहा है. इन कबाड़ दुकानों द्वारा जगह-जगह कूड़ा-कचरा बेचा जाता है. जिससे रात के समय कर्मचारियों की शोर शराबे की समस्या का सामना करना पड़ता है. इस पर अंकुश लगाने की मांग नागरिकों द्वारा की जा रही है.
सूत्रों के अनुसार घुग्घुस बस्ती, हिंदू श्मशान भूमि, नकोडा, अमराई, म्हातारदेवी रोड, चंद्रपुर रोड, धानोरा फाटा और अन्य स्थानों पर कुलेम निर्माण और पर्यावरण नीतियों के खिलाफ कबाड़ की दुकानें चल रही हैं. जिसके प्रमाण स्वयं क्षेत्र में चल रही कबाड़ की दुकान दे रही है. फिर भी नगर परिषद अधिकारी और पुलिस इसे नजरअंदाज कर रहे हैं. यह साफ़ दिख रहा है. बताया जाता है कि इन बिना लाइसेंस वाले कबाड़ दुकान मालिकों को अधिकारियों और नेताओं का भी संरक्षण प्राप्त है. इस पर भी विचार करने की जरूरत है. नगर परिषद द्वारा लगाए गए कुछ पेड़ क्षतिग्रस्त क्यों हैं?
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