घुग्घुस (चंद्रपुर) : बोधिसत्व, विश्वरत्न और भारतीय संविधान के शिल्पकार डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर की प्रतिमा की वर्षगांठ के अवसर पर (26/27.01.2024 आयोजित दो दिवसीय धम्म बैठक पूज्य भंते संघ के धम्मदेशना, चार परिसवांद और दो प्रचारकों के वैचारिक उपदेश और जनता की शानदार प्रतिक्रिया के साथ समाप्त हुई.
कार्यक्रम के मुख्य मार्गदर्शक डाॅ. राजरतन आंबेडकर ने बौद्धों से केवल राजनीति पर ध्यान न देकर अपने सामाजिक और आर्थिक आधार को मजबूत करने का आह्वान किया और अगले पच्चीस वर्षों में एक स्वतंत्र बौद्ध अर्थव्यवस्था बनाने का संकल्प लिया. इस दौरान हजारों की संख्या में मौजूद भीड़ ने जोरदार तालियों के साथ उन्हें अपना समर्थन दिया.
कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए पूज्य भंते करूनानंद थेरो, औरंगाबाद ने अपने भाषण में कहा कि गधे, लोमड़ी और शेर के उदाहरण ने लोगों को बहुत ही सरल शब्दों में आश्वस्त किया कि केवल वही है जो तथागत भगवान बुद्ध द्वारा धम्मदेशना में बताए गए पंचशील और आर्य अस्टागिक मार्ग का पालन करके शील गुणों का अभ्यास, जीवन का वास्तविक सुख और आनंद मिलता है.
साथ ही भारतीय संविधान की चुनौतियाँ और समाधान भी सम्मेलन की अध्यक्षता तेलंगाना के वरिष्ठ आंबेडकरी लेखक मधुकर बावलकर ने की, जबकि ब्रम्हपुरी के अम्बेडकरी विचारक फुले शाहू मुख्य वक्ता संजय मगर थे. इस अवसर पर विधायक किशोर जोर्गेवार विशिष्ट अतिथि, वेकोलि वणी क्षेत्र के महाप्रबंधक आभाषचंद्र सिंग, मुख्य अतिथि सेंट थॉमस चर्च के पादरी रेव्ह. मार्कोस खांडेकर, गुरुद्वारा कमेटी के अध्यक्ष सरदार सम्मत सिंह दारी, इंदिरा गांधी महाविद्यालय की निदेशक शाहनाज पठाण, श्री सत्यशिव गुरुदेव सेवा मंडल के अध्यक्ष मधुकर मालेकर ने उत्साह व्यक्त किया. शाम को महाराष्ट्र के सुप्रसिद्ध प्रबोधक विकास राजा ने श्रोताओं का भरपूर उत्साहवर्धन किया.
कार्यक्रम के दूसरे दिन 27 जनवरी को कार्यक्रम के अध्यक्ष आंबेडकरी विचारवंत डॉ. वामन गवई (अमरावती) ने भारतीय संविधान – महिलाओं के सर्वांगीण उत्थान का मार्ग विषय पर अपना मार्गदर्शन दिया. मुख्य वक्ता नागपुर उच्च न्यायालय के वकील स्मिता ताकसांडे, पूर्व समुपदेशक, राष्ट्रीय महिला आयोग, नवी दिल्ली डॉ. ऍड. अंजली साल्वे, (नागपुर) आंबेडकरी साहित्यकार प्रा.स्मिता मेश्राम (मोरे), फुले शाहू आंबेडकरी साहित्यकार प्रा. नंदा तायवाडे ने अपना गहन मार्गदर्शन दिया.
अंतिम सत्र में कार्यक्रम का मार्गदर्शन टाउन प्लानिंग, मुंबई के सहायक निदेशक डॉ. ललित खोब्रागडे ने किया तथा मुख्य अतिथि के रूप में आंबेडकर बिजनेस स्कूल के संस्थापक पवन मेश्राम ने युवाओं के आर्थिक सशक्तिकरण के मार्ग पर कार्यक्रम का मार्गदर्शन किया. और आंबेडकरी आंदोलन में युवाओं की भूमिका शाम को महाराष्ट्र के प्रसिद्ध भीमशाहिर साहेबराव येरेकर ने संगीतमय वैचारिक ज्ञान की मेजवानी से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया. इस दो दिवसीय धम्म बैठक को स्थानीय और स्थानीय नागरिकों से भारी प्रतिक्रिया मिली. यह कार्यक्रम बौद्ध मंडल समिति, नव-बौद्ध स्मारक और बहुउद्देश्यीय समिति द्वारा आयोजित किया गया था.
26 जनवरी को डाॅ. राजरत्न आंबेडकर द्वारा भारतीय संविधान चौक की फलक का अनावरण :
डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर की प्रतिमा की पहली वर्षगांठ के अवसर पर डॉ. राजरत्न आंबेडकर का आगमन हुआ. उन्हें एक भव्य रैली के माध्यम से बड़ी धूमधाम से लाया गया. पुलिस स्टेशन के सामने चौराहे पर युथ सर्कल घुग्घुस द्वारा फूलों का गुलदस्ता देकर उनका स्वागत किया और चौराहे पर डॉ. राजरत्न आंबेडकर द्वारा भारतीय संविधान चौक फलक का अनावरण किया गया.
इस अवसर पर धीरज ढोके, सुमेध पाटिल, अमित बोरकर, प्रज्योत गोरघाटे, धीरज कासवटे, विशाल कोल्हे, आकाश गोरघाटे, चेतन कांबले, कुशाल घागरगुंडे, दीपक तंबाखे, उमेश सातपुते, अनुप कांबळे, साईनाथ लोखंडी, पुनम ढोके, रवी आमटे, मंगेश नगराले, सुशांत पाटील, राहुल कांबले, सोनू घागरगुंडे, विक्की देठे, अमित सहारे, रोहित काले, पियांशु कोवले, संविधान अवताडे, आकाश सालवे, सचिन पाझारे, सोनू भगत, शरद बोरकर, भारत साळवे, जय नगराले, स्मित आमटे, अमर सोदारी, संदीप वसेकर, बंडू चांदेकर, धीरज पाटील, पवन आगदारी उपस्थित थे.