घुग्घुस (चंद्रपुर) : घुग्घुस नगर परिषद क्षेत्र एवं ग्रामीण क्षेत्रों में भूमिपुत्र, किसानों एवं बेरोजगारों की विभिन्न मांगों को लेकर सोमवार को लॉयड मेटल कंपनी पर धरना मोर्चा का आयोजन किया गया. इस मार्च में कई सारे प्रदर्शनकारी शामिल हुए. प्रदर्शनकारियों ने कंपनी के गेट के सामने धरना लगा दिया और प्रदर्शन जारी रखा. पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को अदालत के आदेश दिखाकर रोकने की कोशिश की, लेकिन प्रदर्शनकारियों ने विरोध किया. कंपनी के अधिकारी द्वारा आश्वासन देनेके बाद धरना आंदोलन को पीछे लिया गया.
इस मार्च का नेतृत्व कांग्रेस नेता और भूमिपुत्र संगठन के आयोजक दिनेश चोखारे ने किया. इस मार्च में स्थानीय शिक्षित एवं बेरोजगार युवाओं को रोजगार देने, कंपनी द्वारा फैलाये गये प्रदूषण का मुआवजा देने, कंपनी के सीएसआर फंड का समुचित उपयोग करने, कंपनी का अतिक्रमण हटाने, कंपनी के कुप्रबंधन की जांच करने, स्थायी रोजगार देने की मांग की गयी. परियोजना ने कंपनी में किसानों को प्रभावित किया, शहर के केंद्र से कंपनी के भारी यातायात को रोक दिया, स्थानीय महिला स्वयं सहायता समूहों को कंपनी के सीएसआर फंड के माध्यम से घरेलू उद्योग को प्राथमिकता देने के लिए कहा गया.
आंदोलनकारियों ने चेतावनी दी कि अगर कंपनी उनकी मांगें पूरी नहीं करती है तो वे अपना आंदोलन तेज करने के लिए तैयार हैं.
इस अवसर पर आयोजक पूर्व ग्राम पंचायत सदस्य पवन अगडारी, सुधाकर बंदुरकर पूर्व उपसरपंच ग्राम पंचायत घुग्घुस, हेमंत उरकुडे, शेखर तंगडपल्ली, प्रेमानंद जोगी, लखन हिकरे, सुरज बहुराशी, सिनू गुडुला, म्हातरदेवी सरपंच संध्या पाटील, पंचायत समिती सदस्य रजीता पवनकुमार आगदरी, पवन चांकपुरे, दिलीप ठाकरे, दिलीप मत्ते, बबन सावे, अमोल आत्राम, शंकर उईके, तुलशीराम दरेकर, सुरज बहुरिया, साखरवाही सरपंच नागेश बोंडे, घोनाडच्या सरपंच संगीता मत्ते, गणेश आवारी, संजय टिपले, दिनेश टिपले, हसिम खान, संतोष बांदुरकर, हितेश लोडे, दिनेश भोगले, भास्कर सोनेकर, सुधाकर वारारकर, रमेश काळे, श्यामराव उपरे आधी उपस्थित थे.
मांग इस प्रकार हैं :
घुग्घुस शहर एवं ग्रामीण क्षेत्रों के स्थानीय शिक्षित एवं बेरोजगार युवक-युवतियों को उनकी शिक्षा के अनुरूप नौकरियों में समायोजित करना.
लायड्स मेटल एंड एनर्जी लिमिटेड कंपनी की ओर से किसानों को तुरंत मुआवजा देने के लिए कहा गया है क्योंकि भारी मात्रा में प्रदूषण हो रहा है और किसानों को भारी नुकसान हो रहा है.
प्रदूषण के कारण लोगों को कई बीमारियों का सामना करना पड़ रहा है, इसलिए महाराष्ट्र प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड को कंपनियों के खिलाफ जांच कर कार्रवाई करनी चाहिए.
लायड्स मेटल एंड एनर्जी लिमिटेड कंपनी के माध्यम से कई वर्षों से घुग्घुस से पांढरकवड़ा पांदन रोड और घुग्घुस से सेनगांव पांदन रोड पर अतिक्रमण हटाना.
सीएसआर फंड के माध्यम से वर्ष 2013 से अब तक शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में लाइट्स मेटल एंड एनर्जी लिमिटेड कंपनी की गतिविधियों की जांच करना.
जिलाधिकारी कंपनी के कुप्रबंधन की गहन जांच कराकर कार्रवाई करें.
कंपनी विस्तार में जिन किसानों की जमीन अधिग्रहीत करती है, उनका मुआवजा सीधे किसानों को दिया जाए.
कंपनी के अधिकारियों ने विस्तार की सार्वजनिक सुनवाई की अधिसूचना में सार्वजनिक रूप से कहा कि कंपनी परिसर में कम से कम दो लाख पौधे लगाए जाने की झूठी और गलत जानकारी प्रस्तुत करने के लिए कंपनी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए.
परियोजना प्रभावित किसानों को कंपनी में स्थायी रोजगार दिया जाए और कम से कम ₹20,000 से ₹25,000 का सम्मानजनक वेतन दिया जाए.
जिस समय कंपनी की स्थापना हुई थी, उस समय बस्ति का पुनर्वास करते हुए सर्वे क्रमांक 167 क्षेत्रफल 63.6737 वर्ग मी. आवासीय उपयोग के लिए कुल 62 भूखंड स्वीकृत हैं. कंपनी के माध्यम से जमीन के पट्टे का झूठा वादा कर बस्तियां बसाई गईं.
लाइट्स मेटल एंड एनर्जी लिमिटेड कंपनी का भारी ट्रैफिक शहर के केंद्र से गुजर रहा है और दुर्घटना को निमंत्रण से इंकार नहीं किया जा सकता है. इसलिए सिटी सेंटर से कंपनी का भारी ट्रैफिक रोका जाए.
कंपनी के सीएसआर फंड के माध्यम से स्थानीय महिला स्वयं सहायता समूहों को घरेलू उद्योगों के लिए प्राथमिकता दी जानी चाहिए.
यूनियन का क्या कहना है :
लॉयड्स मेटल्स स्पंज आयरन कामगार संघटना के हिवराज बागड़े एक पत्र के अनुसार घुग्घुस स्थित लॉयड्स मेटल्स एंड एनर्जी लिमिटेड कंपनी में कामगारों की समस्याएं कंपनी प्रबंधन के साथ साँझा करने के लिए मान्यता प्राप्त संघटना के रूप में भारतीय लॉयड्स मेटल्स कामगार संघ हमारा मान्यता प्राप्त संगठन है जो लॉयड्स मेटल्स एंड एनर्जी लिमिटेड घुग्घुस में पिछले कई वर्षों से काम कर रहा है और संघटना स्थायी कामगारों के साथ – साथ अस्थायी कामगारों को विभिन्न समस्याओं को कंपनी प्रबंधन के साथ साँझा कर सुलझाने में सफल रही है. मान्यताप्राप्त संघटना समय – समय पर प्रबंधन से चर्चा कर कई समस्याएं सुलझाने में सफल रही इसलिए कंपनी में कामगार और प्रबंधन के बीच सामंजस्य और बेहतरीन तालमेल है जिसकी वजह से हमारी कंपनी में शांति और व्यवस्था स्थापित है और कामगार सभी उत्पादन और उत्पादकता बढ़ाने के लिए मिलकर काम कर रहे हैं.
मान्यताप्राप्त संगठना भारतीय लॉयड्स मेटल्स कामगार संघठना के अध्यक्ष देवराव नींदेकर और महामंत्री हिवराज बागड़े से हुई चर्चा में उन्होंने कहा की लॉयड्स मेटल्स स्पंज आयरन कामगार संघटना और भूमिपुत्र संघटना ये दोनों संगठन अपने राजनीतिक और व्यक्तिगत हितों की पूर्ति के लिए पिछले कुछ महीनों से कंपनी के खिलाफ काम कर रहे हैं. चूंकि लॉयड्स मेटल स्पंज आयरन कामगार संघटना, घुग्घुस कामगार अधिनियम के तहत एक पंजीकृत संघ है, इनके संघटन में १० से भी कम सदस्य है.