कोलकाता : फ्रेंड्स ऑफ ट्राइबल्स सोसाइटी की युवा शाखा एफटीएस युवा की ओर से रविवार को कोलकाता के गोदरेज वाटरसाइड में अपने वार्षिक कार्यक्रम एकल रन का आयोजन किया गया. जिसमें 5 हजार से अधिक प्रतिभागियों ने समयबद्ध दौड़ की अपनी चुनी हुई श्रेणी – 21 किमी, 10 किमी, 5 किमी और के लिए एक दूसरे के साथ दकम से कदम मिलाया. इस मैराथन में सबसे दिलचस्प 3 किमी की गैर-समयबद्ध दौड़ में सभी आयु वर्ग के लोगों ने भाग लिया.
रविवार सुबह एकल दौड़ का उद्घाटन एथलीट गीता फोगाट ने किया. इसके साथ इस कार्यक्रम में नील भट्टाचार्य (अभिनेता), राहुल देव बोस (अभिनेता), देबद्रिता बसु (अभिनेत्री), सौमोजीत अदक (निदेशक), एके आर्या (डीआइजी बीएसएफ), सुरजीत सिंह गुलेरिया (डिप्टी इंस्पेक्टर जनरल (जी), मुख्यालय, एसडीआर (ईसी), बीएसएफ) के साथ आईसीएआई के उपाध्यक्ष सीए रणजीत कुमार अग्रवाल के अलावा कई अन्य गणमान्य व्यक्ति इस मौके पर मौजूद थे.
मीडिया से बात करते हुए एफटीएस युवा कोलकाता चैप्टर के अध्यक्ष गौरव बागला ने कहा, एकल रन के 5वें संस्करण में गीता फोगाट को अपने साथ पाकर हम काफी अभिभूत हैं. हर व्यक्ति के जीवन में दौ़ड़ना सबसे बड़ा रूपक माना जाता है. ग्रामीण बच्चों को शिक्षित करने की प्रेरणा के साथ यह एकल रन सिटी ऑफ जॉय के निवासियों को काफी उत्साहित करता है. इस मैराथन में हिस्सा लेनेवाले प्रतिभागियों को टी-शर्ट, गुडी बैग और फूड बॉक्स दिए गए. इसके विजेताओं के साथ उपविजेताओं को पदक और स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया.
एफटीएस युवा बोर्ड के प्रमुख सदस्यों में – अनिरुद्ध मोदी (सलाहकार), नीरज हरोदिया (राष्ट्रीय समन्वयक), गौरव बागला (अध्यक्ष), ऋषभ सरावगी (उपाध्यक्ष), विकास पोद्दार (उपाध्यक्ष), अभय केजरीवाल (उपाध्यक्ष), विनय चुघ (सलाहकार), रौनक फतेसरिया (सचिव), रोहित बुचा (संयुक्त सचिव), ऋषव गादिया, (कोषाध्यक्ष), रचित चौधरी (संयुक्त कोषाध्यक्ष), मयंक सरावगी (हेड, डोनेशन एंड फंड रेजिंग), अंकित दीवान (प्रमुख सदस्यता), योगेश चौधरी (पीआरओ), वैभव पांड्या और मनीष धारीवाल (बोर्ड सदस्य) हमेशा सक्रिय रहते हैं.
एफटीएस के बारे में :
फ्रेंड्स ऑफ ट्राइबल्स सोसाइटी (एफटीएस) एक गैर-लाभकारी, गैर-सरकारी और स्वैच्छिक संगठन है, जो वंचित ग्रामीण बच्चों के उत्थान के लिए प्रतिबद्ध है. इसके सदस्य 49,203 एकल स्कूल चला रहे हैं, जिन्हें लोकप्रिय रूप से “एकल विद्यालय” कहा जाता है. जो भारत के दूरदराज के गांवों में 15,19,721 बच्चों को गैर-औपचारिक शिक्षा प्रदान करते हैं. एफटीएस एक बच्चों के समग्र विकास पर ध्यान केंद्रित करता है. पूरे भारत में इसके 37 चैप्टर से संचालित होते हैं, जिसका मुख्यालय कोलकाता में हैं.