घुग्घुस (चंद्रपुर): कई वर्षों से महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना मराठी अस्मिता के लिए संघर्ष कर रही है और महाराष्ट्र में मराठी बोर्ड के मुद्दे पर सुप्रीम कोर्ट ने फैसला दिया है कि मराठी बोर्ड लगाए जाने चाहिए. मराठी अस्मिता के लिए यह संघर्ष सफल रहा. सुप्रीम कोर्ट के फैसले के अनुसार नगर परिषद क्रयालय के CO जीतेंद्र गादेवार और घुग्घूस पुलिस स्टेशन के थानेदार आसिफ राजा शेख से अनुरोध किया गया है कि, ”हर छोटी-बड़ी सड़क पर बड़े अक्षरों में मराठी बोर्ड लगाए जाएं.”
मराठी अस्मिता के बारे में बहुत महत्वपूर्ण है और आपको इस विषय पर गंभीरता से ध्यान देना चाहिए और इसे लागू करना चाहिए. अन्यथा महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना घुग्घुस उग्र आंदोलन करेगी और नुकसान की सारी जिम्मेदारी प्रशासन की रहेगी.
इस समय सुमित कोहले (मनसे शहर उपाध्यक्ष घुग्घुस), करण विलास टेकाम (मंडल अध्यक्ष घुग्घुस), महेश कुचंकर (शिंदोला मंडल अध्यक्ष), निखिल बोबडे, चेतन धांडे, सुयोग देरकर, रोशन जम्भुले, आकाश सोनटक्के, शुभम मोंदलकर, सूरज कोडापे, वैभव पिदुरकर , किशोर पाचरे, अक्षय गाडगे, निखिल गुरनुले, प्रणय उपस्थित थे.