चंद्रपुर : बच्चों में मृत्यु दर और बीमारी को कम करने के लिए टीकाकरण एक प्रभावी उपकरण है. हाल के एक राष्ट्रीय सर्वेक्षण में पाया गया कि आंशिक रूप से टीका लगाए गए और बिना टीकाकरण वाले दोनों बच्चे पूरी तरह से टीका लगाए गए बच्चों की तुलना में जल्दी बीमार पड़ते हैं या मर जाते हैं. केंद्र सरकार ने दिसंबर 2023 तक खसरा-रूबेला बीमारी को खत्म करने का लक्ष्य रखा है. इसके लिए केंद्र और राज्य सरकारें अगस्त 2023 से 3 चरणों में सभी जिलों और नगर निगमों में ‘विशेष मिशन इंद्रधनुष 5.0’ अभियान लागू कर रही हैं. इस अभियान में टीकाकरण से पूर्णतः वंचित या आंशिक रूप से टीकाकरण से वंचित सभी बच्चों एवं गर्भवती माताओं को खोजकर उनका टीकाकरण किया जायेगा.
इस अभियान के दौरान जिले के सभी ग्रामीण, शहरी और नगर निगम क्षेत्रों में आशा स्वयंसेवक और जिन क्षेत्रों में आशा नहीं है, वहां आंगनवाड़ी मतदाता घर-घर जाकर सर्वेक्षण करेंगे. इसमें गर्भवती माताओं एवं 0 से 5 वर्ष तक के बच्चों की सूची तैयार कर गर्भवती माताओं एवं टीकाकरण से वंचित बच्चों का नियमित टीकाकरण किया जायेगा. इस टीकाकरण सत्र के साथ-साथ मिशन इंद्रधनुष 5.0 के तहत एक विशेष टीकाकरण सत्र का भी आयोजन किया जाएगा. यह अभियान अगस्त सितंबर और अक्टूबर 2023 तक 3 चरणों में चलाया जा रहा है.
इस अभियान के दौरान ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों के प्रत्येक बच्चे का टीकाकरण किया जाएगा और अभियान के लक्ष्य को शत-प्रतिशत हासिल करने की योजना बनाई जाएगी. जिले से दिसंबर 2023 तक गोवर-रूबेला बीमारी को खत्म करने का लक्ष्य है. सरकार ने आशा के सहयोग से टीकाकरण के लिए पूर्व पंजीकरण के लिए यू-विन ऐप तैयार किया है ताकि बच्चों को नियमित समय पर टीका लगाया जा सके. इस ऐप का उपयोग करके अपने बच्चों का पंजीकरण करें. जिला प्रशासन के माध्यम से नागरिकों से विशेष मिशन इंद्रधनुष 5.0 टीकाकरण अभियान का लाभ उठाने की अपील की जा रही है.