नई दिल्ली: प्रख्यात वैदिक विद्वान और संस्कृत के मर्मज्ञ आचार्य गणेश्वर शास्त्री द्रविड़ को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा प्रतिष्ठित पद्म श्री पुरस्कार से सम्मानित किया गया। शास्त्री द्रविड़ ने अपने अद्वितीय विद्वत् ज्ञान से वैदिक परंपराओं और संस्कृत साहित्य के संवर्धन में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।
गणेश्वर शास्त्री द्रविड़ ने अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि मंदिर के भूमि पूजन और वाराणसी में काशी विश्वनाथ मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए शुभ मुहूर्तों का निर्धारण किया था। उनके द्वारा सुझाए गए पावन समय पर इन ऐतिहासिक अनुष्ठानों का संपादन हुआ, जिसने देशभर में श्रद्धालुओं के बीच गहरी आस्था और उत्साह का संचार किया।
विद्वान शास्त्री द्रविड़ ने दशकों से वैदिक अनुष्ठानों की परंपरा को जीवित रखने का कार्य किया है और भारतीय संस्कृति की जड़ों को मज़बूत करने में उल्लेखनीय भूमिका निभाई है। उनके इस अद्वितीय योगदान के सम्मान में उन्हें देश के चौथे सर्वोच्च नागरिक सम्मान, पद्म श्री से नवाजा गया है।