चंद्रपुर शहर के पठाणपुरा मार्ग पर स्थित एक भीड़भाड़ वाले इलाके में स्थित बियर बार में शुक्रवार रात को दो पुलिसकर्मियों और कुछ युवकों के बीच विवाद हो गया. बहस के बाद पुलिसकर्मी और युवक बार से बाहर निकल आए. लेकिन जब दोनों पुलिसकर्मी अपने घर लौट रहे थे, तभी पीछे से आए युवकों के एक समूह ने उन पर अचानक हमला कर दिया. इस हमले में 36 वर्षीय पुलिस सिपाही दिलीप चव्हाण की मौत हो गई, जबकि 34 वर्षीय सिपाही समीर चाफले घायल हो गए.
हमले के बाद स्थानीय लोग मौके पर पहुंचे और दोनों पुलिसकर्मियों को जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने चव्हाण को मृत घोषित कर दिया. जबकि घायल चाफले को एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया.
घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच गई और हत्या के इस मामले में तीन युवकों को हिरासत में लिया. हालांकि, इस हमले में शामिल अन्य युवक अभी फरार हैं और पुलिस उनकी तलाश कर रही है.
शहर में बढ़ रही अपराध दर, पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल
हाल के दिनों में जिले में अपराध की घटनाएं तेजी से बढ़ी हैं. हत्या और हमलों की बढ़ती घटनाओं से पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठ रहे हैं. इस घटना के बाद स्थानीय नागरिकों में आक्रोश फैल गया है, और अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की जा रही है.
स्थानीय लोगों का कहना है कि उत्पादन शुल्क विभाग ने नियमों को ताक पर रखकर जिले के विभिन्न शहर के भीड़भाड़ वाले इलाकों में बियर बार, परमिट रूम, बियर शॉप और देसी शराब के ठेके खोलने की अनुमति दी है. नागरिकों द्वारा विरोध के बावजूद इस बियर बार को लाइसेंस दिया गया था, और अब इसका दुष्परिणाम ऐसे अपराधों के रूप में सामने आ रहा है.
इस हमले के बाद जिला अस्पताल के बाहर लोगों की भारी भीड़ जमा हो गई, जिससे माहौल तनावपूर्ण हो गया. स्थानीय लोगों ने मांग की है कि पुलिसकर्मियों पर हमला करने वाले अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए.