चंद्रपुर : अगले सप्ताह गणराया के आगमन के साथ त्योहार शुरू होगा. ये दिन आनंद और उत्सव के हों और जरूरतमंद परिवार भी इस उत्सव में शामिल हों, इस उद्देश्य से प्रदेश के 1 करोड़ 62 लाख परिवारों (5 करोड़ की जनसंख्या) को खुशी का राशन वितरित करने का निर्णय लिया गया है. राज्य के हर आम आदमी के चेहरे पर खुशी सरकार का मुख्य लक्ष्य है, ऐसा राज्य के वन, सांस्कृतिक मामलों और मत्स्य पालन मंत्री और जिला संरक्षक मंत्री सुधीर मुनगंटीवार ने कहा. वह शहर के जटपुरा गेट स्थित स्वस्त धान्य दुकान पर गणेशोत्सव के अवसर पर खुशी राशन वितरण का शुभारंभ करते हुए बोल रहे थे.
कलेक्टर विनय गौड़ा, जिला पुलिस अधीक्षक रवींद्र सिंह परदेशी, जिला आपूर्ति अधिकारी अजय चार्डे, चंद्रपुर तहसीलदार विजय पवार, सहायक जिला आपूर्ति अधिकारी पांडुरंग माचेवड, राहुल पावड़े, डॉ. मंगेश गुलवाडे, रामपाल सिंह, अंजलि घोटेकर, छब्बू वैरागड़े, रवि आसवानी, संदीप अवारी, संजय कंचर्लावार, शीतल अत्राम, रवि गुरनुले, राहुल घोटेकर, रवि लोनकर, स्वस्त धान्य दुकानदार विजय बेले, अनिल बनकर आदि प्रमुख रूप से उपस्थित थे.
पालकमंत्री मुनगंटीवार ने कहा कि यह खुशहाली राशन बाजार मूल्य से मात्र 100 रुपये कम कीमत पर उपलब्ध होगा. बाबा साहेब अम्बेडकर जयंती, गणेशोत्सव और अन्य त्योहारों पर खुशियों का खजाना देने का निर्णय लिया गया है. चंद्या से बंद्या तक, यह उत्सव के दिन हर किसी के चेहरे पर खुशी लाने का एक प्रयास है. राज्य सरकार पूरी ताकत से आम नागरिकों के साथ खड़ी है और विभिन्न योजनाओं का लाभ नागरिकों को भी मिलना चाहिए. साथ ही पदाधिकारी इन योजनाओं को नागरिकों तक पहुंचायें. पर्व के मौके पर राज्य सरकार की ओर से सार्वजनिक वितरण प्रणाली, अंत्योदय योजना और अधिमान्य पारिवारिक राशन कार्ड धारकों को ‘आनंदचा शिधा’ किट का वितरण किया जायेगा. चंद्रपुर जिले में अंत्योदय अन्न योजना के 4 लाख 17 हजार और अधिमान्य पारिवारिक योजना के 2 लाख 77 हजार 250 लाभार्थी और 1 लाख 39 हजार 750 लाभार्थी हैं. फिलहाल जिले के लिए 4 लाख 4 हजार 490 आनंद राशन सेट उपलब्ध कराया गया है.
890 परिवारों को मुफ्त आनंद राशन:
जटपुरा वार्ड नंबर 1, रामनगर रोड, चंद्रपुर में लगभग 890 परिवार हैं. इन सभी परिवारों को मुफ्त आनंद राशन दिया जाएगा. पार्टी की ओर से 890 परिवारों को 100-100 रुपये और कुल 89,000 रुपये दिये गये. पालकमंत्री सुधीर मुनगंटीवार ने स्पष्ट सुझाव दिया कि दुकानदारों को संबंधित परिवारों को खुशी प्रदान करते समय उनसे एक भी रुपया नहीं लेना चाहिए. चांडाल 1 किलो, सूजी 1 किलो, चीनी 1 किलो और पाम तेल 1 लीटर के चार पैकेट का यह एक खुश राशन है. लाभार्थियों को सलाह दी गई कि वे मशीन पर अंगूठा लगाते समय यह सुनिश्चित कर लें कि उनके बैग में चार पैकेट हों.
जरूरतमंदों के लिए विभिन्न योजनाएं:
केंद्र और राज्य सरकार ने गरीबों के लिए कई योजनाएं चलायी हैं. मुनगंटीवार ने इन योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन का सुझाव दिया. संजय गांधी निराधार योजना में प्रारंभ में पारिश्रमिक 600 रुपये था. वित्त मंत्री बनने के बाद इसे बढ़ाकर 1200 रुपये कर दिया गया. इसलिए अब राज्य सरकार ने यह सब्सिडी 20 रुपये कर दी है. महात्मा फुले जन आरोग्य योजना की सीमा डेढ़ लाख से बढ़ाकर 5 लाख कर दी गई है और नागरिकों को 5 लाख तक मुफ्त इलाज की सुविधा प्रदान की गई है.