घुग्घुस : शहर में पिछले कुछ सालों से राजनीतिक उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहा है. इस उतार-चढ़ाव में कई बार जिला अध्यक्ष बदले गए. लेकिन ग्रामीण और शहरी अध्यक्षों को नहीं बदला गया है. इस तरह गुटबाजी अचानक चरम पर पहुंच गई है. अब 16 जुलाई को ब्रम्हपुरी विधानसभा क्षेत्र के विजय वडट्टीवार और चंद्रपुर ग्रामीण जिला अध्यक्ष प्रकाश देवतले और अन्य पदाधिकारी घुग्घुस से वणी-आर्णी जाने वाले हैं. उस दिन घुग्घुस में कांग्रेस शहर अध्यक्ष बदलने की चर्चा शुरू हो गई है.
2021 में घुग्घुस नगर परिषद कार्यालय अस्तित्व में आने के बाद से शहर में कोई चुनाव नहीं हुआ है. अब उम्मीद है कि सितंबर-अक्टूबर महीने में चुनाव होंगे. इसी क्रम में सोये हुए नेता जाग गये और टिकट के इंतजार में बैठ गये. वहीं कुछ नेता और कार्यकर्ता दूसरी पार्टियों में शामिल होने की तैयारी में हैं और कुछ लोगों का आना जाना भी शुरू हो गया है. इसी तरह शहर अध्यक्ष की दौड़ में भी ए टीम, बी टीम, सी टीम और डी टीम (इन में से कोई भी खेल खेल सकता है) जैसी गुटबाजी की चर्चा लोगों के बीच शुरू हो गयी है. कहा जा रहा है की घुग्घुस के आगामी चुनाव में जो सबसे ज्यादा उम्मीदवार चुनकर लायेगा वह सबसे बड़ा नेता साबित हो सकता है ऐसी भी चर्चा शुरू है?
नागरिकों में चर्चा है कि घुग्घुस में कुंबी 35%, एससी 30%, मुस्लिम 7%, तेली 6%, एसटी 4% और अन्य 18% लोग रहते है. अब इनमें से कोई एक व्यक्ति अध्यक्ष बन सकता है. या मौजूदा अध्यक्ष पार्टी की काम संभाल सकते हैं.