इस जमीन पर वर्षों से अपने परिवार का भरण-पोषण कर रहे व्यापारियों को न्याय मिलेगा. या संबंधित अधिकारी और सत्ताधारी दल के नेता के कूटनीति के शिकार होंगे?
घुग्घुस (चंद्रपुर) : शहर की मुख्य सड़कों और पुलिस स्टेशन और तहसील कार्यालयों के पास सर्व्ह क्रं 17 में आराजी 0.43 हे.आर की एक एकड़ सरकारी भूमि पर सत्ता पक्ष के कार्यकर्ता को सरकारी रूप में सरकारी अधिकारियों के साथ मिलकर सरकारी जमीन पर कब्जा करने की साजिश रची गई. इस साजिश में शामिल छोटे कर्मचारी से लेकर बड़े अधिकारी पर कार्रवाई करें. ऐसी मांग घुग्घुस काँग्रेस कार्यालय में आयोजित पत्रपरिषद में राजुरेड्डी ने की.
घुग्घुस में जमीन को लेकर एक चर्चा शुरू हो गया है. उस जमीन की कीमत करोड़ों में आंखी जा रही है. ऐसी जमीन को सत्ता पक्ष के कार्यकर्ता ने एक संस्थान के नाम पर लीज पर लेने हेतु तहसीलदार को आवेदन दिया गया था. उक्त आवेदन पर नागरिकों की आपत्तियां एवं आपत्तियां दर्ज करने हेतु तहसीलदार को आवेदन दिया गया था. दिनांक 08/08/2024 को घोषणा पत्र की प्रति जारी की गई. दिनांक 30/08/2024 निर्धारित की गई थी. परन्तु उक्त घोषणा नगर परिषद के नोटिस बोर्ड पर आठ दिन पूर्व लगाई जानी चाहिए थी. लेकिन उक्त पत्र में जानबूझकर देरी करते हुए आपत्ति के अंतिम दिन 30/08/2024 के बाद पत्र भेजा गया, क्योंकि 31 और 01 सितंबर को अवकाश था. तो उन्होंने 02 सितंबर को नगर परिषद के नोटिस बोर्ड पर उक्त पत्र को लगाया. यह बेहद गंभीर मामला है.