चंद्रपुर : अभ्यासिका की शुरुआत दिवंगत सांसद बालूभाऊ धानोरकर के नाम पर की गई थी. यह निश्चित ही सराहनीय पहल है. इस पढ़ाई से कई छात्रों को प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी करने में सुविधा होगी. अभ्यासिका संविधान पढ़ने का एक केंद्र है. पिछले कुछ वर्षों में यह आशंका व्यक्त की जा रही है कि संविधान खतरे में है. इसलिए, अगर संविधान को बचाना है, तो संविधान को लागू करने के लिए संसद को भेजा जाना चाहिए, दिल्ली के वरिष्ठ पत्रकार अशोक वानखेड़े ने कहा.
शहर के भिवापुर वार्ड में जिला प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे छात्रों के लिए गणपर्व चैरिटेबल ट्रस्ट के माध्यम से दिवंगत सांसद बालू धानोरकर अध्ययन पुस्तक बनाई गई है. इस पुस्तक का लोकार्पण समारोह शनिवार (19 तारीख) को शाम 4 बजे स्थानीय भिवापुर वार्ड स्थित साईं मंदिर में आयोजित किया गया. इस मौके पर वह मुख्य वक्ता के तौर पर बोल रहे थे. अध्यक्षता राज्य विपक्ष के नेता विजय वडेट्टीवार, उद्घाटनकर्ता विधायक प्रतिभा धानोरकर, मुख्य अतिथि चंद्रपुर जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष व विधायक सुभाष धोटे, विधायक किशोर जोरगेवार, विधायक सुधाकर अडबले, पूर्व विधायक देवराव भांडेकर, भद्रावती नगर अध्यक्ष अनिल धानोरकर, चंद्रपुर शहर कांग्रेस समिति के जिला अध्यक्ष रामू तिवारी, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के जिला अध्यक्ष राजेंद्र वैद्य, शिव सेना (उबाठा) के जिला अध्यक्ष संदीप गिरहे, लोकजागृति सामाजिक संगठन के अध्यक्ष अनिरुद्ध वनकर उपस्थित थे.
संसद में देशभर से कई सांसद आते हैं. मैं इनमें से कई सांसदों के साथ घनिष्ठ रूप से जुड़ा रहा हूं. ज्यादातर सांसद अपने क्षेत्र के मुद्दे भी नहीं उठाते. ऐसे कितने ही सांसद हैं जो इस उम्मीद से काम करते हैं कि उनके संसदीय क्षेत्र का विकास होगा, रोजगार के अवसर मिलेंगे, उद्योग-धंधे लगेंगे. चंद्रपुर सांसद बालू धानोरकर प्राथमिकता में शामिल हैं. इस मौके पर वानखेड़े ने पहली बार निर्वाचित हुए बालू धानोरकर को अपने क्षेत्र के लिए लड़ते हुए देखने की कई यादें साझा कीं.
विपक्ष के नेता विजय वडेट्टीवार ने कहा कि विदर्भ में यूपीएससी, एमपीएससी परीक्षा उत्तीर्ण करने वाले छात्रों का प्रतिशत बहुत कम है. पश्चिमी महाराष्ट्र अग्रणी था. हालाँकि, पिछले कुछ वर्षों में विदर्भ का प्रतिशत बढ़ा है. इस तरह के अध्ययन इसका कारण रहे हैं. उन्होंने कहा कि सांसद बालू धानोरकर के नाम पर शुरू किए गए अध्ययन कार्यक्रम से भिवापुर वार्ड में बहुजन समाज के विद्यार्थियों को प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी के लिए उचित स्थान मिला है. विधायक प्रतिभा धानोरकर, सांसद बालू धानोरकर ने सभी क्षेत्रों में उल्लेखनीय काम किया है. वह हमेशा कहते थे कि घर के हर लड़के-लड़की को सीखना चाहिए. उनका सपना अपने लोकसभा क्षेत्र में एक कॉलेज खोलने का था. गोपाल अमृतकर, गोविल मेहराकुरे ने यही मुद्दा सांसदों के सामने उठाया. इसके बाद जगह देखने का निर्णय लिया गया. हालाँकि, किस्मत को यह मंजूर नहीं था और एमपी साहब हमें छोड़कर चले गये. हालाँकि, कहा जा रहा है कि आज इस अध्ययन के माध्यम से उनके सपने के पूरा होने की समय सीमा तय की जा रही है.
विधायक किशोर जोर्गेवार ने कहा, मेरे माध्यम से चंद्रपुर विधानसभा क्षेत्र में अभ्यास शुरू किया जा रहा है. विद्यार्थियों को पुस्तकें भी उपलब्ध करा दी गई हैं. उन्होंने कहा कि भविष्य में 25 लाख रुपये का फंड भी उपलब्ध कराया जायेगा. विधायक सुधाकर अडबले के मुताबिक चंद्रपुर शहर और जिले के बड़े शहरों में सेमिनार चल रहे हैं. लेकिन, डिजिटल विद्वानों की संख्या कम है. इसलिए उन्होंने कहा कि वह भविष्य में इस अध्ययन को डिजिटल बनाने में मदद करेंगे. परिचय गोपाल अमृतकर ने किया. संचालन आरती दाचेवार ने किया तथा धन्यवाद ज्ञापन गोविल मेहराकुरे ने किया. कार्यक्रम में बड़ी संख्या में शहर के गणमान्य नागरिक एवं विद्यार्थी उपस्थित थे.
कोटकर का सभागार और अमृतकर, मेहराकुरे की पहल भिवापुर वार्ड के छात्र भी प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी के लिए चंद्रपुर शहर के अभ्यासिका जाते हैं. हालाँकि, गोविल मेहराकुरे को यहां वार्ड में ही छात्रों को अध्ययन की सुविधा प्रदान करने का विचार आया. इसके बाद मेहराकुरे ने यह प्रस्ताव गोपाल अमृतकर, अशोक कोटकर के सामने रखा. कोटकर ने सभागार उपलब्ध कराने पर सहमति व्यक्त की क्योंकि यह छात्र हित का मामला था. इसके बाद अमृतकर और मेहराकुरे ने शहर के कुछ दानदाताओं की मदद से महज 15 दिनों में एक कॉलेज की स्थापना की. इससे वार्ड के नागरिक इस त्रिमूर्ति को बधाई दे रहे हैं.