यह चिन्ह सभी सरकारी कार्यालयों के अग्रभाग पर भी दिखाई देगा
चंद्रपुर : अब राज्य सरकार ने एक सरकारी निर्णय के माध्यम से प्रत्येक सरकारी पत्र पर शिव राज्याभिषेक समारोह का प्रतीक लगाने का बड़ा निर्णय लिया है. इतना ही नहीं, यह प्रतीक चिन्ह हर सरकारी कार्यालय के मुखौटे पर भी दिखाई देगा. इसलिए, छत्रपति शिवाजी महाराज की अद्वितीय वीरता और अतुलनीय कार्य के सम्मान और स्मरण में, महाराष्ट्र को अब राज्य के सांस्कृतिक मामलों के मंत्री सुधीर मुनगंटीवार की प्रतिभा का एक और उदाहरण देखने को मिलेगा.
छत्रपति शिवाजी महाराज के 350वें राज्याभिषेक दिवस के अवसर पर सुधीर मुनगंटीवार के नेतृत्व में, सांस्कृतिक मामलों का विभाग कई विविध और अनूठी गतिविधियाँ चला रहा है. इसमें शिव राया की वीरता और पराक्रम को उजागर करने वाले प्रतीक को महाराष्ट्र के कोने-कोने में पहुंचाने का बेहद रचनात्मक प्रयास सफल रहा है. 24 जुलाई के सरकारी फैसले में कहा गया है कि यह फैसला इस उद्देश्य से लिया गया है कि छत्रपति शिवाजी महाराज के विचार एक बार फिर मन में जागृत हों और छत्रपति शिवाजी महाराज का ज्ञान और पराक्रम हर मराठी व्यक्ति तक पहुंचे. दुनिया भर में विशेष रूप से प्रत्येक सरकारी कार्यालय के मुख पर एक चिन्ह लगाना अनिवार्य कर दिया गया है.
मुनगंटीवार की रचनात्मकता की हमेशा सराहना की गई है. छत्रपति शिवाजी महाराज के राज्याभिषेक के अवसर पर आयोजित प्रत्येक गतिविधि अद्वितीय थी. चाहे वह गेटवे ऑफ इंडिया पर शिव काल के हथियारों का प्रदर्शन हो या रायगढ़ में शिव का राज्याभिषेक समारोह हो. सांस्कृतिक कार्य विभाग ने हर आयोजन में अपनी विशिष्टता साबित की. अयोध्या में श्री राम मंदिर निर्माण के लिए चंद्रपुर से सागौन की लकड़ी भेजने का समारोह पूरे देश ने देखा. एक-दूसरे से मिलने या टेलीफोन पर बातचीत शुरू करने पर हेलो की जगह ‘वंदे मातरम’ कहने के सांस्कृतिक कार्य विभाग के फैसले का सभी सरकारी दफ्तरों में पालन किया जा रहा है. अब लग रहा है कि शिव के प्रतीक राज्याभिषेक समारोह को लेकर जो फैसला होगा वह ऐतिहासिक होगा.
एक और अनूठी गतिविधि :
महाराजाओं के समय के सिक्के, किले, अष्टप्रधान मंडल आदि सब कुछ प्रेरणादायक है. सांस्कृतिक कार्य विभाग ने इन प्रेरक बातों को सभी के लिए आसानी से उपलब्ध कराने के लिए कई गतिविधियाँ शुरू की हैं. अब इसमें छत्रपति शिवाजी महाराज के राज्याभिषेक समारोह का प्रतीक चिन्ह फैलाने का निर्णय भी जुड़ गया है.
शिवराया के कौशल को रेखांकित करने वाला निर्णय:
जब से सुधीर मुनगंटीवार ने सांस्कृतिक कार्य विभाग का कार्यभार संभाला है, तब से विभाग की ओर से लिए गए हर निर्णय में सरलता और संस्कृति संरक्षण की भावना होती है. इसलिए कोई भी निर्णय ध्यान और प्रशंसा का पात्र है. पूरा महाराष्ट्र इस निर्णय को छत्रपति शिवाजी महाराज के पराक्रम और शौर्य को उजागर करने वाले निर्णय के रूप में सराहना की दृष्टि से देख रहा है.