कोलकाता : पश्चिम बंगाल गारमेंट मैन्युफैक्चरर्स एंड डीलर्स एसोसिएशन की ओर से तीन दिवसीय 56वां गारमेंट क्रेता एवं विक्रेता सम्मेलन एवं बीटूबी एक्सपो का आयोजन कोलकाता के बिस्व बांग्ला (मिलन मेला) प्रांगण में किया गया है. जो सोमवार 1 जुलाई से शुरू होकर बुधवार 3 जुलाई तक चलेगा. पश्चिम बंगाल गारमेंट मैन्युफैक्चरर्स एंड डीलर्स एसोसिएशन (डबल्यूबीजीएमडीए) द्वारा इस औद्योगिक क्षेत्र को गत 58 वर्षों से दी जा रही सेवा के साथ इस आयोजन के जरिए नए महत्वपूर्ण व्यवसाय की संभावना उत्पन्न करना इसका मुख्य लक्ष्य है. 56वां गारमेंट क्रेता एवं विक्रेता सम्मेलन एवं बीटूबी एक्सपो में इस बार देश विदेश के 900 राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय ब्रांडों के भाग लेने की उम्मीद है. जिसमें विभिन्न प्रकार के गारमेंट प्रदर्शित किए जाएंगे तथा थोक बाजार में अनुमानित 850-900 करोड़ रुपये के वाणिज्यिक लेनदेन उत्पन्न होंगे.
राज्य की अर्थव्यवस्था को बढ़ाने के दृष्टिकोण से इस तरह का आयोजन काफी महत्व रखता है. जिसमे पश्चिम बंगाल सरकार के प्रतिनिधि और प्रमुख व्यवसायियों के साथ प्रमुख कॉर्पोरेट घरानों के उद्योगपतियों की उपस्थिति इसमें बढ़चढ़ कर रहती है. राज्य की अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने में एसोसिएशन के प्रयास के महत्व को इस कार्यक्रम में प्रदर्शित किया गया है. आयोजन के पहले दिन कार्यक्रम का उद्घाटन पश्चिम बंगाल सरकार की माननीय वित्त मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) चंद्रिमा भट्टाचार्य और पश्चिम बंगाल के अग्निशमन राज्य मंत्री सुजीत बोस ने एक्सपो का उद्घाटन कर इस कार्यक्रम की शुरुआत की. इस अवसर पर उपस्थित अन्य उल्लेखनीय सम्मानित हस्तियों में प्रदीप कुमार नंदी, निर्मल जैन, बीरम प्रकाश सुल्तानिया, मनोज गुप्ता, अरुण सोमानी, बिनय दुबे, राम चंद्र अग्रवाल जैसे कई अन्य जानी-मानी हस्तियां इसमें शामिल हुए. एसोसिएशन की ओर से इस कार्यक्रम में हरि किशन राठी, (अध्यक्ष, डब्ल्यूबीजीएमडीए), विजय करिवाला, (वरिष्ठ उपाध्यक्ष, डब्ल्यूबीजीएमडीए), प्रदीप मुरारका (वरिष्ठ उपाध्यक्ष, डब्ल्यूबीजीएमडीए) और सचिव और देवेंद्र वैद्य (सचिव, डब्ल्यूबीजीएमडीए के साथ अन्य गणमान्य अधिकारी इस मौके पर मौजूद थे.
अपनी स्थापना के बाद से इस एसोसिएशन ने देश को वैश्विक कपड़ा आपूर्ति श्रृंखला में एक शक्तिशाली केंद्र बनने में मदद करने और मुख्य रूप से एमएसएमई से बने आधुनिक, गतिशील और प्रतिस्पर्धी परिधान क्षेत्र के विकास को बढ़ावा देने के लिए बीटूबी प्रदर्शनियों और परिधान मेलों का आयोजन किया है. डबल्यूबीजीएमडीए क्रेता विक्रेता मीट देश के पूर्वी क्षेत्र में सबसे प्रसिद्ध और विश्वसनीय व्यवसायों के लिए एक सभा स्थल के रूप में विकसित हुआ है. यह आयोजन बड़ी संख्या में रोजगार पैदा करके सकल घरेलू उत्पाद में भी महत्वपूर्ण योगदान देता है.
पश्चिम बंगाल गारमेंट मैन्युफैक्चरर्स एंड डीलर्स एसोसिएशन के मानद सचिव, देवेंद्र बैद ने इस अवसर पर दिए काफी उपयोगी वक्तव्य में कहा, “हमारे एसोसिएशन की ओर से आयोजित बायर्स एंड सेलर्स मीट ने गत पांच दशकों से देश के पूर्वी हिस्से में व्यापार करने में निरंतर सफलता हासिल की है.” पूर्वी भारत की सबसे बड़ी रेडीमेड गारमेंट मीट यहीं हो रही है. इस समूह ने विस्तार करना जारी रखा है और इस क्षेत्र में रेडीमेड गारमेंट क्षेत्र ने अनिश्चित आर्थिक स्थितियों और उद्योग में उतार-चढ़ाव के बावजूद बेहतरीन प्रदर्शन किया है. एमएसएमई विभाग ने संगठन की बैठक को अपनी मंजूरी दे दी है, जिसके बाद यह आयोजन अपनी तरह की पहली बैठक बन गई है.
इस अवसर पर पश्चिम बंगाल गारमेंट मैन्युफैक्चरर्स एंड डीलर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष हरि किशन राठी ने कहा, “हमें अपने पूर्ववर्तियों से वर्षों से निरंतर समर्थन मिला है. जिससे अब हम अपनी अगली पीढ़ी के लिए अधिक टिकाऊ और वातावरण के अनुरूप व्यवसायिक क्षेत्र बनाने की उम्मीद में हैं”. इस आयोजन में हमारे सामान्य निर्माताओं और थोक विक्रेताओं के साथ इस बार हमारे साथ खुदरा विक्रेता भी जुड़कर इसमें भाग ले रहे हैं. मुझे उम्मीद है कि यह बैठक भविष्य में एक नया अवसर साबित होगा, जिस अवसर का हम सभी लाभ उठा सकते हैं.
पश्चिम बंगाल गारमेंट मैन्युफैक्चरर्स एंड डीलर्स एसोसिएशन के बारे में:
यह पूर्वी भारत के सबसे बड़े संगठनों में से एक है जो रेडीमेड परिधान उद्योग और व्यापार का प्रतिनिधित्व करता है. एसोसिएशन की स्थापना 1962 में हुई थी और यह रेडीमेड कपड़ों के क्षेत्र के विकास का समर्थन करने के लिए इस क्षेत्र में विशेषज्ञ सेवाएं प्रदान करता है.
पश्चिम बंगाल गारमेंट मैन्युफैक्चरर्स एंड डीलर्स एसोसिएशन के प्रमुख सदस्यों में कन्हैयालाल लखोटिया (कोषाध्यक्ष), प्रेम कुमार सिंहल, (संयुक्त कोषाध्यक्ष), अमरचंद जैन, तरुण कुमार झाझरिया, आशीष झंवर, मनीष राठी, कमलेश केडिया, मनीष अग्रवाल, किशोर कुमार गुलगुलिया, विक्रम सिंह बैद, सौरव चांडक, साकेत खंडेलवाल, अजय सुल्तानिया, राजीव केडिया, संदीप राजा, बृज मोहन मुंदड़ा, भुवन अरोड़ा, मोहित दुगर, सज्जन शर्मा और अनिल सोमानी के साथ कार्यकारी समिति के अन्य कई सदस्य और पूर्व अध्यक्ष श्री हरि प्रसाद शाह इसमें शामिल हैं.