ठेकेदार की पेमेंट अटकी होने से रूका हुआ है नाममात्र काम
चंद्रपुर : एक तरफ केन्द्र और राज्य सरकार आम नागरिकों को बेहतर स्वास्थ्य सेवा दिलाने के लिए निरंतर प्रयास कर रही है. आयुष्यमान कार्ड, महात्मा ज्योतिबा फुले स्वास्थ्य योजना चलाने के साथ शहरी क्षेत्रों में जगह स्व.बाल ठाकरे अपना अस्पताल शुरू कर जनता को स्वास्थ्य सेवा देने का प्रयास किया जा रहा है. वहीं घुग्घुस वासियों के लिए विडंबना है कि यहां ग्रामीण अस्पताल का काम लगभग 95 प्रश पूरा हो चुका है नाममात्र काम होना बाकी है. ठेकेदार को पिछला बकाया नहीं मिलने से उसने काम बंद कर दिया है. ना कोई संबंधित अधिकारी इसकी सुध ले रहा है ना ही जनता के हितैषी कहे जानेवाले नेता इस पर ध्यान दे रहे है. जनता के स्वास्थ्य के प्रति इतनी असहिष्णूता को लेकर लोगों में नेताओं के प्रति गहरा रोष है.
उल्लेखनीय है कि घुग्घुस नगर परिषद अंतर्गत 30 बेड का ग्रामीण अस्पताल 9 जून 2014 को मंजूर हुआ. इसके बाद कुछ वर्षों तक तो इमारत निर्माणकार्य के लिए किसी भी तरह की कोई कार्रवाही नहीं की गई है. इसके उपरांत संबंधित विभाग ने 2021 में इस इमारत के निर्माणकार्य के लिए निविदा निकाली. साथ ही 6दिसंबर 2021 को तत्कालिन ओबीसी कल्याण, खार भूमि विकास, आपदा प्रबंधन मदद एवं पुनर्वसन एवं पालकमंत्री विजय वडेट्टीवार के हाथों भूमिपूजन हुआ और इस समय विधायक किशोर जोरगेवार भी उपस्थित थे.
ग्रामीण अस्पताल की इमारत का काम तेज रफ्तार से शुरू हुआ और अगले 15 माह में ही इमारत का निर्माण 95 प्रश पूरा हुआ है. लोगों में आशा जागी कि अब उनकी सारी परेशानियों दूर होगी और शीघ्र ही अस्पताल उनके लिए सेवारत होगा. परंतु अप्रैल 2023 से संबंधित ठेकेदार ने अचानक काम पूरी तरह से बंद कर दिया और अपने मजदूर हटा लिए. ग्रामीण अस्पताल की इमारत का निर्माणकार्य छह माह से ठप पडा हुआ है. दरअसल निर्माणकार्य ठेकेदार को अप्रैल 2022 से ही किसी भी प्रकार का निर्माणकार्य का भुगतान नहीं हुआ है? एक साल से बकाया भुगतान के लिए भटक रहे ठेकेदार ने काम बंद करना ही उचित समझा है. परंतु ग्रामीण अस्पताल के निर्माण में आयी इस बाधा के कारण आम जनता के स्वास्थ्य पर इसका काफी असर पड रहा है. उनकी परेशानी पहले की तरह कायम है. अतिप्रदूषित घुग्घुस और क्षेत्र के रहवासियों के अच्छे स्वास्थ्य के अतिआवश्यक होते हुए भी महाराष्ट्र शासन इस और जान बुझ कर दुर्लक्ष कर रही है ऐसा दिखाई देता है आम आदमी जनता के स्वास्थ्य से खिलवाड़ किया जारहा हैं ? ग्रामीण अस्पातल का काम पूरा काम चालू करवाने की कोई तत्परता नहीं दिखा रहे है?
इस संदर्भ में क्षेत्र के समाजसेवी ईबादुल हुसैन सिद्दीकी द्वारा मुख्यमंत्री एकनाथ सिंदे, उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, उपमुख्यमंत्री अजित पावर, आरोग्यमंत्री तानाजी सावंत, पालकमंत्री सुधीर मुंगनटीवार, विपक्ष नेता विधान सभा विजय वारेड्डीवर, अरोग मंत्रालय सेक्रेटरी डेपुटी सेक्रेटरी, डायरेक्टर स्वास्थ्य विभाग मुंबई मुख्य अभियन्ता PWD जिला अधिकारी, चंद्रपुर, अधिक्षक अभियंता PWD चंद्रपुर इस सभी को अनेको पत्र दिये है. पालकमंत्री ने उनके निवेदन पर 2 पत्र आरोग्यमंत्री तानाजी सावंत को भेजा वे खुद मुंबई जाकर आरोग्यमंत्री महोदय को मिलकर निवेदन देकर इस विषय पर ध्यान आकर्षित करवाया मगर 7 महीने होगये जनता के स्वास्थ से सम्बंधित आतीआवश्यक ग्रामीण रुग्णेयालय का रुका काम नहीं शुरू हुआ है किन कारणों से निर्माण काम रुका इस की जांच कर काम चालू करवाया जाए ऐसी समाजसेवी ईबादुल हुसैन सिद्दीकी की मांग है.